नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को शांत कर एक संभावित परमाणु युद्ध को टाल दिया।
🇺🇸 ट्रंप का दावा:
14 जुलाई को व्हाइट हाउस फेथ ऑफिस लंच के दौरान ट्रंप ने कहा:
“हमने बहुत से युद्धों को सुलझाया है — भारत, पाकिस्तान… और भारत-पाकिस्तान युद्ध एक सप्ताह के भीतर परमाणु रूप ले सकता था। वह स्थिति बहुत खराब थी।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यापार को दबाव के रूप में इस्तेमाल किया:
“हमने कहा कि जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता, हम व्यापार पर बात नहीं करेंगे। और वे मान गए।”
जून में, एयर फोर्स वन पर ट्रंप ने पत्रकारों से कहा:
“मैंने एक बड़ी समस्या सुलझाई — एक संभावित परमाणु समस्या — भारत और पाकिस्तान के बीच। मैंने दोनों देशों से बात की। उनके पास अच्छे नेता हैं, लेकिन हालात बहुत खराब थे।”
🇮🇳 भारत ने ट्रंप के दावे को खारिज किया:
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने ट्रंप के इन बयानों पर कड़ा जवाब दिया:
“हमारा लंबे समय से यही राष्ट्रीय रुख है कि जम्मू और कश्मीर से संबंधित सभी मुद्दे भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से सुलझाए जाने चाहिए। यह नीति अब भी यथावत है।”
“हम बार-बार कह चुके हैं कि पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्र को खाली कराना ही लंबित मुद्दा है।”
📞 ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका की भूमिका:
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoJK) में स्थित आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया:
“7 मई से 10 मई तक सैन्य कार्रवाई और संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका और भारत के नेताओं के बीच बातचीत हुई थी, लेकिन व्यापार से संबंधित कोई चर्चा नहीं हुई थी।”
“पाकिस्तान की ओर से 10 मई को भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर संघर्ष विराम की अपील की गई थी।”
🕊️ पृष्ठभूमि:
-
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी।
-
इसके बाद भारत ने सटीक जवाबी हमले किए और पाकिस्तान की सैन्य आक्रामकता को भी सफलतापूर्वक रोका।
-
पाकिस्तान की ओर से बाद में युद्धविराम की अपील की गई।