सिमरिया:-चतरा जिले के टंडवा प्रखंड में निर्माणाधीन नॉर्थ करणपुरा परियोजना मे रैयतों के आंदोलन का जबरदस्त साइड इफ़ेक्ट हुआ है। एक तो परियोजना में कामकाज एक सप्ताह से एकदम ठप है । North Karnpura Project में जुलाई से बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। परन्तु परियोजना का काम ठप्प होने से अब बिजली उत्पादन के लक्ष्य कम से कम तीन महीने और पीछे चला गया । कार्यकारी निदेशक असीम कुमार गोस्वामी के अनुसार हर दिन एनटीपीसी को लगभग डेढ़ करोड़ का नुकसान व सहयोगी संस्थाओं को तकरीबन एक करोड़ का घाटा सहना पड रहा है ।
पूरे राज्य को मिलती सस्ती बिजली
झारखण्ड राज्य को इस परियोजना के जल्दी पूरा होने से सस्ती बिजली उपलब्ध हो सकेगी । प्लांट के समय पर बिजली उत्पादन न होने से देश एवं राज्य सरकार के साथ आम जनता को भी नुकसान है । उद्योगों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा सकती है, जिससे राज्य में अधिक रोजगार सृजित हो सके ।
पांच हजार मजदूरों की नौकरी गई और स्थानीय बाजार में पसरा सन्नाटा
यहां पर कार्यरत लगभग पांच हजार मजदूरों के पलायन से एनटीपीसी के साथ साथ स्थानीय बाज़ार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। व्यापारियों को रोजाना लाखो का नुकसान हो रहा है । हम स्थानीय प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द इस धरना प्रदर्शन को समाप्त कराए, जिससे कि निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके।