बिहार में लोजपा के बाद अब कांग्रेस टूट की कगार पर खड़ी है। दरअसल दल-बदल कानून से बचने के लिए कम से कम 13 कांग्रेस विधायकों को पाला बदलना होगा। 10 विधायक पाला बदलने को तैयार हैं, तीन विधायकों का जुगाड़ हो ही रहा था कि भांडाफोड़ हो गया । कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस से जेडीयू में गये अशोक चौधरी इस पूरे तोड़फोड़ के मास्टरमाइंड हैं ।
अल्पसंख्यक और पुराने कांग्रेसी विधायक टूटने को तैयार नहीं
अशोक चौधरी कांग्रेस को तोड़ने के मिशन में कब का सफल हो चुके होते अगर एन वक्त पर एक अल्पसंख्यक विधायक ने धोखा नहीं दिया होता। उत्तरी बिहार के इस विधायक ने अपने वोटरों की नाराजगी से डर कर पाला बदलने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उसने एक पुराने कांग्रेसी नेता को पूरे मामले की जानकारी भी दी। इसके बाद पटना से दिल्ली तक फोन की घंटियां बजने लगी।
नीतीश कांग्रेस से दुश्मनी न लें तो बेहतर- प्रेमचंद मिश्रा
कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि नीतीश कुमार समझदार व्यक्ति हैं । वे जानते हैं कि भाजपा के साथ उनकी सरकार लंबे वक्त तक नहीं चलेगी। बिहार में जल्द ही महागठबंधन की सरकार बनने वाली है। नीतीश अपना दरवाजा कांग्रेस और महागठबंधन के लिए बंद करना नहीं चाहेंगे। उन्होने कहा कि जिस अशोक चौधरी पर नीतीश इतना भरोसा कर रहे हैं, वो कांग्रेस से निकाला हुआ गद्दार है।
कांग्रेस डूबता जहाज है, वहां कोई भविष्य नहीं- आरसीपी सिंह
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि कांग्रेस अब एक डूबते जहाज की तरह है और इसलिए इसे अतीत की तरह कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जहां भी लोगों को बोलने और अपने विचार रखने का अवसर नहीं मिलेगा, संगठन पर ध्यान नहीं देंगे, केवल परिवार (नेहरू-गांधी परिवार) पर रहिएगा तो बहुत लंबा नहीं चल पाएगा। निकट भविष्य में बिहार में कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर आरसीपी सिंह ने कहा कि जब कोई पुल बनता है, तभी पार करेंगे न। जब नौबत आएगी तो देखेंगे।