पेशावर: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बुधवार को एक वॉलीबॉल मैदान पर हुए संदिग्ध ड्रोन हमले में कम से कम 22 लोग घायल हो गए। यह क्षेत्र पहले से ही अस्थिर माना जाता है और यह दो सप्ताह में दूसरी बार ऐसा हमला है।
यह हमला दक्षिण वज़ीरिस्तान जिले के बर्मल तहसील के आज़म वारसक क्षेत्र में करमज़ी स्टॉप के पास हुआ, जहां लोग वॉलीबॉल मैच देख रहे थे।
घायलों में सात बच्चे शामिल हैं। सभी घायलों को वाना के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
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एक 13 वर्षीय बच्चा और एक पुरुष की हालत गंभीर बताई गई है।
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तीन किशोर (15, 18 और 19 वर्ष) सहित 7 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
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अन्य 13 को मामूली चोटें आईं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
घटना के बाद हालात
घटना के बाद, इलाके में गोलियों की आवाजें सुनी गईं, जिससे अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई। दक्षिण वज़ीरिस्तान से नेशनल असेंबली के सदस्य जुबैर खान ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे बर्बर कृत्य बताया।
पृष्ठभूमि और संदिग्ध पक्ष
क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) — दोनों के क्वाडकॉप्टर (ड्रोन) इस्तेमाल करने के रिकॉर्ड हैं।
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19 मई को, उत्तरी वज़ीरिस्तान के मीर अली इलाके में एक अन्य संदिग्ध ड्रोन हमले में एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हुए थे।
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इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने धरना दिया और न्याय की मांग की।
पाक सेना का बयान
पाकिस्तानी सेना ने मीर अली की घटना को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को “बेबुनियाद और भ्रामक” बताया।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) द्वारा जारी बयान में कहा गया कि 19 मई की दुखद घटना में नागरिकों की मौत के लिए सुरक्षा बलों को दोषी ठहराना गलत है।