पाकिस्तान सेना प्रमुख असिम मुनिर ने 10 अगस्त को अमेरिका में एक डिनर के दौरान भारत के खिलाफ परमाणु धमकी दी, कहा कि अगर पाकिस्तान को कोई अस्तित्वगत खतरा होगा तो वह “आधी दुनिया को साथ लेकर डूब जाएगा”।
हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे पाकिस्तान की “शर्मनाक” और “बेपरवाह” परमाणु नीति का एक और हिस्सा बताया। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसे धमकी भरे बयान “रॉकेट की तरह आवाज़ करते हैं, लेकिन दहाड़ नहीं”।
इस धमकी से पहले भारत ने मई में पःलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादी ठिकानों पर सटीक और नियंत्रित हवाई हमले किए थे। इस दौरान भारतीय वायु सेना ने पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमान और एक बड़ा सैन्य विमान गिराया, जो भारत की सैन्य सक्षमता का परिचायक है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मुनिर की परमाणु धमकी अमेरिका में राजनीतिक अटेंशन पाने के लिए है, जिसका भारत पर कोई ठोस असर नहीं होगा। जबकि भारत ने आतंकवाद का जवाब कूटनीति और सैन्य सटीकता से दिया है, पाकिस्तान की धमकियां रणनीतिक दृष्टि से खोखली लगती हैं।
फिर भी, कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान ने छोटे परमाणु हथियार विकसित किए हैं, जो पैदल सेना कमांडरों को दिए जा सकते हैं, और इसका आतंकवाद के साथ संयोजन चिंताजनक है।
परंतु मौजूदा परिस्थिति में, मुनिर की धमकी ने भारत की दृढ़ता और शांति-प्रधान नीति को प्रभावित करने के बजाय पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को कमजोर किया है।