निरसा गुरुद्वारा सिंह सभा के द्वारा सिखों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी महाराज का 418वां शहीदी गुरु पर्व मनाया गया।
एग्यारकुंड। निरसा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के द्वारा सिखों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी महाराज का 418वां शहीदी गुरु पर्व सोमवार को मनाया गया। उक्त अवसर पर गुरुद्वारे में स्त्री सत्संग द्वारा पाठ किया गया। अखंड पाठ अरदास में कुमारधुबी, चिरकुंडा, गोविंदपुर की संगत शामिल हुई। उक्त अवसर पर आने जाने वाले राहगीरों के बीच चने का प्रसाद तथा ठंडा मीठा शरबत का वितरण किया गया।
निरसा गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रधान सुखदेव सिंह ने बताया कि गुरु अर्जन देव जी गुरु परंपरा का पालन करते हुए कभी भी गलत चीजों के आगे नहीं झुके। उन्होंने शरणागत की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान कर देना स्वीकार किया, लेकिन मुगल शासक जहांगीर के आगे झुके नहीं। वे हमेशा मानव सेवा के पक्षधर रहे। सिख धर्म में वे सच्चे बलिदानी थे। उनसे ही सिख धर्म में बलिदान की परंपरा की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव मनजीत सिंह जिन्झर, रघुवीर सिंह वासन, मनजीत सिंह भंगु, सोनू सिंह डांग, परमजीत सिंह, गुरुसेवक सिंह, अमृत पाल सिंह, कुलप्रीत सिंह, गुरुराज सिंह भंगु, गुरनुर सिंह, चरणजीत सिंह, लवप्रीत सिंह, टीटू सिंह, गुरप्रीत सिंह, अमरजीत सिंह, बलवीर सिंह, बीबी नक्षत्र कौर, सतनाम कौर, कुलविंदर कौर, राज डांग, गोल्डी, राजा सहित निरसा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के सदस्यों की भूमिका अहम रही।