प्रयागराज में चल रहे दिव्य और अलौकिक महाकुंभ मेले ने न केवल भारत, बल्कि विदेशों से आए लोगों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया है। लंदन से आए प्रसिद्ध न्यूरो साइंटिस्ट डॉक्टर इतिएल ड्रॉर ने महाकुंभ मेले और भारतीय संस्कृति की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
डॉ. ड्रॉर ने महाकुंभ को “भावनाओं और ऊर्जा का अतुल्य संगम” बताते हुए कहा कि यह आयोजन अद्वितीय है। उन्होंने भारतीय युवाओं की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहने और उनकी ऊर्जा की प्रशंसा की। साथ ही, उन्होंने भारत की चाय को “दुनिया की सबसे बेहतरीन चाय” कहा, जो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।
डॉ. ड्रॉर ने ब्रिटिश उपनिवेशवाद के समय भारत के साथ हुए अन्याय का जिक्र करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने भारत की संपत्तियों का दुरुपयोग कर अपनी कॉलोनियों का विकास किया। इसके बावजूद आज भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता विश्व में सबसे अलग और अद्वितीय है।
उन्होंने कहा कि वह 60-70 से अधिक देशों में घूम चुके हैं, लेकिन भारत जैसा अनोखा और प्रेरणादायक देश उन्होंने कहीं नहीं देखा। महाकुंभ में अनुभव की गई दिव्यता और यहां के लोगों की गर्मजोशी ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया।