यरूशलेम: इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को गाजा पट्टी के फ़िलिस्तीनियों को “छोड़ने की अनुमति” देने की अपनी पुरानी योजना को फिर से ताज़ा किया, क्योंकि सेना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हमले की तैयारी कर रही है।
नेटन्याहू ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम उन्हें नहीं निकाल रहे हैं, लेकिन अगर वे चाहें तो उन्हें छोड़ने की अनुमति देंगे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि युद्ध क्षेत्रों से बाहर निकलने का अवसर पहले और सामान्य रूप से गाजा से बाहर जाने की अनुमति भी दी जाएगी।
फिलिस्तीनियों ने इस प्रस्ताव को “नाकबा” (1948 में पलायन) की याद दिलाने वाला और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा का विषय बताया। नेतन्याहू ने इस साल अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुझाव का समर्थन किया कि गाजा के दो मिलियन से अधिक लोगों को मिस्र और जॉर्डन में पुनर्वासित किया जाए।
मध्यस्थ प्रयास:
कतर, मिस्र और अमेरिका के माध्यम से युद्धविराम की कोशिशें चल रही हैं। मिस्र के विदेश मंत्री बदर अब्देलाट्टी ने कहा कि 60 दिन के युद्धविराम, कुछ बंधकों की रिहाई और गाजा में मानवतावादी सहायता बहाली पर बातचीत जारी है।
हवाई हमले और स्थिति:
गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, इज़राइल ने गाजा सिटी पर हवाई हमलों को हाल के दिनों में तेज कर दिया है। सोमवार और मंगलवार को इन हमलों में कम से कम 33 लोग मारे गए।
इस युद्ध में अब तक इज़राइल के आंकड़ों के अनुसार 61,599 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जबकि हामास के अक्टूबर 2023 के हमले में 1,219 लोग मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र ने क्षेत्र में बढ़ते भूख और मानवीय संकट की चेतावनी दी है।
नेटन्याहू पर अब अंदरूनी दबाव भी बढ़ गया है कि बचे हुए बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की जाए और गाजा पर हमले के अपने विस्तार की योजनाओं पर जवाब दें।

