10 लाख के इनामी नक्सली रामदयाल महतो ने किया आत्मसमर्पण, गिरिडीह पुलिस को मिली बड़ी सफलता
**गिरिडीह:** गिरिडीह पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। कुख्यात नक्सली और 10 लाख रुपये का इनामी रामदयाल महतो ने रविवार को एनआईए के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस मौके पर जिले के एसपी दीपक कुमार शर्मा भी मौजूद थे।
रामदयाल महतो, जो अपने नक्सली गतिविधियों के कारण वर्षों से वांछित था, ने अपने बेटे बैजनाथ महतो की भावनाओं की कद्र करते हुए आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। हालांकि, रामदयाल महतो के आत्मसमर्पण की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन इस कदम से गिरिडीह पुलिस की नक्सल विरोधी मुहिम को एक महत्वपूर्ण झटका लगा है।
गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने रामदयाल महतो के परिजनों के साथ लगातार बैठकें कीं और उनसे अपील की कि वे रामदयाल को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करें। एसपी के प्रयासों का असर हुआ और कुछ दिनों बाद रामदयाल महतो ने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामदयाल महतो को ‘बच्चन दा’ के नाम से भी जाना जाता है। वह वर्षों से नक्सली संगठन के लिए सक्रिय रहा और उसका दस्ता पीरटांड़, निमियाघाट, मधुबन, डुमरी और टुंडी जैसे क्षेत्रों में कई बड़े नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी की, लेकिन वह हमेशा पुलिस की पकड़ से बाहर रहा। वह अक्सर अपने ठिकाने बदलता रहता था और पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पीपराडीह गांव का निवासी है।
रामदयाल महतो के खिलाफ 75 से अधिक मामलों की जांच की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी से नक्सल गतिविधियों के खिलाफ पुलिस की लड़ाई को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला है। पुलिस अब उसकी नक्सली गतिविधियों और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।