
बोकारो । जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव तथा झारखंड के प्रभारी प्रवीण सिंह ने महासचिव पद तथा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है । वे किस दल में जाएंगे इसका स्पष्ट उत्तर उन्होंने नहीं दिया, लेकिन भाजपा में जाने का संकेत जरूर दिया है क्योंकि इन दोनों भाजपा में उनके पुराने मित्र हैं । प्रवीण सिंह पहले भी भाजपा से बिहार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं।
प्रवीण सिंह ने कहा कि झारखंड जदयू की बड़ी जिम्मेदारी उन्हीं दी गई थी, लेकिन झारखंड की जो टीम है उसके अनुसार अपने जिम्मेवारी का पालन करने में असमर्थ महसूस कर रहे थे । उन्होने बताया कि झारखंड जेडीयू के जो नेता है सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए जुगाड़ भिड़ाते रहते हैं लेकिन संगठन में विश्वास नहीं रखते । एक समय था कि जदयू की अच्छी पकड़ थी तथा भाजपा गठबंधन में मजबूत स्थिति थी लेकिन धीरे-धीरे हाशिए पर आ गया।
प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो से किसी तरह के विवाद से इनकार करते कहा कि बैठकों में उनसे मुलाकात जरूर हुई है, लेकिन वे उन्हें पूरी तरह जानते भी नहीं है। राजद-भाजपा या झामुमो से ऑफर आने के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी किसी तरह का कोई ऑफर नहीं है । अपने राजनीतिक जीवन के 40 वर्ष में बहुत मित्र बने हैं , उन मित्रों से बात करके ही निर्णय लेंगे। हालांकि इस बहाने उन्होंने भाजपा में जाने का संकेत दे दिया।
बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में प्रवीण सिंह को उनके काफी निकट माना जाता था । झारखंड विकास मोर्चा के गठन के बाद अंतिम समय तक उनके साथ रहे । जब बाबूलाल मरांडी ने भाजपा की ओर रुख किया तो वे झारखंड विकास मोर्चा को छोड़कर जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए एवं उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाते हुए झारखंड की प्रभारी की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई । जनता दल यूनाइटेड में इन दिनों इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह तथा अध्यक्ष ललन सिंह के बीच चल रहे शीतयुद्ध से भी वह खफा हैं । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, पूर्व सांसद रविद्र कुमार राय, भाजपा नेता डॉक्टर दिनेशानंद गोस्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास से उनका करीबी रिश्ता रहा है, जिसके कारण निकट भविष्य में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं ।