
सिमडेगा: जिले का चहुँमुखी विकास कराने की मांग को लेकर कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाडी और सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को एक ज्ञापन सौंपा। मौके पर जिले के अम्बापानी में ही मेडिकल कॉलेज को बनवाने की मांग की। जिसपर सीएम ने भी जिले में ही मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराने का अस्वाशन दिया। दोनों विधायकों ने सीएम को बताया कि कोलेबिरा डैम काफी जर्जर हो गया है। जर्जर होने के कारण बांध कभी भी टूट सकता है। बांध के टूटने से हजारों एकड़ उपजाऊ मिट्टी तो बर्बाद होगा ही। साथ ही जान माल की भी भारी क्षति होगी। जिसपर सीएम ने जल्द डैम का मरम्मत कराने की बात कही।
कृषि कार्य पर विशेष ध्यान देने की रखी मांग
मौके पर सिमडेगा और कोलेबिरा विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिमडेगा जिला कृषि आधारित जिला है। यहां के सभी लोग कृषि पर ही निर्भर रहते हैं। लेकिन इन दिनों बारिश नहीं होने के कारण कृषि कार्य पिछड़ता जा रहा है। ऐसे में अगर किसान खेती नहीं कर पाएंगे तो मजबूरी वश दूसरे शहरों में पलायन करने को विवश होंगे। विधायक ने ऐसे स्थिति से निपटने एवं कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए भी पहल करने की मांग की। सीएम ने कहा कि सरकार कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव कार्य कर रही है। सालों भर खेती के लिए डैम का पानी भी खेतों तक पहुंचाया जा रहा है। वहीं कृषि विभाग के माध्यम से कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए भी कई अनगिनत योजना धरातल में उतारा गया है। आने वाले दिनों में किसानों के हित मे और भी कई अनगिनत योजनाएं उतारे जाएंगे।
चिकित्सकों की कमी को दूर करने की रखी मांग
विधायको ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य बेवस्था को और अधिक दुरुस्त करने की जरूरत है। यहां चिकित्सकों की भारी कमी है। जिसके कारण लोगों का सही इलाज नहीं हो पा रहा है। विधायकों में सरकार से स्वास्थ बेवस्था को दुरुस्त कराते हुए पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों की बहाली कराने की मांग की। वहीं अनुबंध कर्मचारियों की भी सेवा स्थायी कराने के लिए पहल करने का आग्रह किया।
जिले के पर्यटक स्थलों का हो विकास
विधायकों ने सीएम को बताया कि जिले में पर्यटन की अपार संभावना है। तीन राज्यों के बॉर्डर इलाके में रहने के कारण पर्यटक स्थलों का विकास होने से लोगों का आवागमन जिला में बढ़ेगा जिससे लोगों को रोजगार भी आसानी से मिल पायेगा। विधायक ने जिले के केलाघाघ डैम और रामरेखाधाम को राज्यकीय पर्यटक स्थल का दर्जा दिलाते हुए इसका विकास कराने की मांग की। इसके अलावे पर्यटक स्थल बसतपुर, घुमरी, दनगद्दी, राजा डेरा, बुददाधार, अनजान शाह पीर बाबा का मजार, भवंर पहाड़ गढ़, गोबरधंसा डैम, सतकोठा आदि पर्यटक स्थल का विकास कराने की मांग की।