ओबीसी राजनीति की जमीन तलाश रही मोदी की भाजपा जातिगत जनगणना का समर्थन कर सकती है। भाजपा से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने बताया कि मोदी सरकार के कई कैबिनेट मंत्री और पार्टी के रणनीतिकार प्रधानमंत्री मोदी को सलाह दे चुके हैं कि जातिगत जनगणना से पार्टी को फायदा ही होगा । इसके अलावा नीतीश कुमार जैसे सहयोगी भी लगातार जातिगत जनगणना कराने के लिए एनडीए के भीतर दबाव बनाए हुए हैं ।

बीजेपी को मिलेगा समाजवादी और दलित पार्टियों का साथ
पार्टी के रणनीतिकार और अब केन्द्रीय मंत्री रहे भूपेन्द्र यादव ने इस विषय को कुछ दिनों पहले ही अमित शाह के समझ उठाया था। दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी कि भाजपा के भी ब्राह्मण-बनिया की पार्टी की छवि से बाहर निकलकर काम करने की जरुरत है। अगर पार्टी जातिगत जनगणना का विरोध करती है तो ओबीसी समाज में गलत संदेश जाएगा। इसके बाद पार्टी के स्टेट यूनिट से इस बारे में फिडबैक लेने पर सहमति बनी ।
कई राज्यों ने जातिगत जनगणना के पक्ष में राय दी
बिहार, यूपी, हरियाणा, राजस्थान जैसे राज्यों में भाजपा के प्रदेश स्तर के नेताओं ने पार्टी को भेजे अपने फिडबैक में जातिगत जनगणना के पक्ष में अपनी बात रखी। इसी मुद्दे पर बिहार भाजपा तो खुलकर नीतीश कुमार का समर्थन कर रही है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा भाजपा भी जातिगत जनगणना के पक्ष में बयान दे चुकी है।

पीएम के साथ नीतीश कुमार की मुलाकात के दौरान भाजपा के प्रतिनिधि भी रहेंगे मौजूद
किसी भी कीमत पर भाजपा खुद की छवि ओबीसी विरोधी की नहीं बनने देना चाहती । नीतीश कुमार 10 दलों के प्रतिनिधिओं के साथ जातिगत जनगणना के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने वाले हैं. इस प्रतिनिधिमंडल में बिहार भाजपा के विजय राम भी मौजूद रहेंगे । इस बैठक के बाद भाजपा की ओर से जातिगत जनगणना को लेकर बड़ा एलान हो सकता है।