Sunday 9th of November 2025 07:05:38 PM
HomeBreaking Newsमनरेगाः आलमगीर आलम के विभाग में तो घोटाला हो गया ?

मनरेगाः आलमगीर आलम के विभाग में तो घोटाला हो गया ?

झारखंड में मनरेगा के योजनाओं का लाभ मजदूरों से ज्यादा बिचौलिए उठा रहे हैं
52 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी, पैसों की रिकवरी की कवायद शुरु

झारखंड में मनरेगा को सोशल ऑडिट के दौरान बड़े पैमाने पर पैसों की गड़बड़ी की बातें सामने आई हैं। झारखंड का शायद ही कोई ऐसा जिला हो, जहां मनरेगा में वित्तीय गड़बड़ी नहीं की गई। अफसरों और उनके दलालों ने गरीबों के पैसों का बंदरबांट कर लिया । सबसे ज्यादा 6.37 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी पलामू जिले में हुई है । दूसरे स्थान पर गढ़वा जिला है. यहां 5.93 करोड़ का हिसाब किताब नहीं मिला है ।

किस जिले में कितनी गड़बड़ी

सबसे बड़ी बात है कि राज्य सरकार खुद सोशल ऑडिट के आंकड़ो से इत्तेफाक रखते हुए कह रही है कि मनरेगा में 51.29 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी की गई । सबसे ज्यादा 6.37 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी पलामू जिले में हुई है । दूसरे स्थान पर गढ़वा जिला है । यहां 5.93 करोड़ का हिसाब किताब नहीं मिला है । इसके बाद रामगढ़ में 4.93, गिरिडीह में 4.03, पश्चिमी सिंहभूम में 3.13 और गोड्डा में 2.88 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी हुई है । रांची में भी अधिकारियों, कर्मियों और सप्लायर की मिलीभगत से 2.17 करोड़ की गड़बड़ी हुई।

खुलासे के बाद रिकवरी की कवायद

आलमगीर आलम के विभाग में तो घोटाला हो गया ?
आलमगीर आलम के विभाग में तो घोटाला हो गया ?

ऑडिट में 51.29 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी के खुलासे के बाद रिकवरी की कवायद जरूर शुरू हुई, लेकिन शायद दिखावे भर के लिए । इसी का नतीजा है कि अबतक सिर्फ 1.3 करोड़ ही रिकवर हो पाया है । सबसे ज्यादा गढ़वा में 78.19 लाख, हजारीबाग में 22.98 लाख, गुमला में 10.49 लाख और रांची में 9.65 लाख रिकवर हो पाया है ।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments