नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बुधवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक को संविधान की मूल संरचना पर हमला करार दिया और कहा कि INDIA गठबंधन इस प्रस्तावित संशोधन का विरोध करेगा।
लोकसभा में विधेयक पर चर्चा के दौरान गोगोई ने कहा कि यह अल्पसंख्यकों को बदनाम करने, उनके अधिकार छीनने और भारतीय समाज को विभाजित करने के लिए लाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बिल बिना अल्पसंख्यक प्रतिनिधियों से परामर्श किए संसद में लाया गया।
गोगोई ने धारा 3 पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह इस्लाम का पालन करने वाले व्यक्तियों की परिभाषा तय करता है, जिससे अल्पसंख्यकों को धार्मिक पहचान साबित करने के लिए प्रमाण पत्र देना पड़ सकता है। उन्होंने इसे संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन बताया।
उन्होंने सरकार पर महिला अधिकारों को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप भी लगाया और कहा कि मौजूदा कानून में महिलाओं, विशेष रूप से विधवाओं के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए पहले से ही प्रावधान मौजूद हैं।
भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार वक्फ संपत्तियों की लूट और अतिक्रमण को रोकने के लिए कानून लाने का पूरा अधिकार रखती है। उन्होंने कहा कि चर्च समुदाय भी इस बिल के पक्ष में है क्योंकि उन्हें भी वक्फ निकायों के अतिक्रमण की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि वक्फ कोई धार्मिक निकाय नहीं बल्कि एक सांविधिक निकाय है और इसके तहत 8 लाख से अधिक संपत्तियां, जिनमें स्कूल, अस्पताल और अनाथालय शामिल हैं, आती हैं। सरकार को पारदर्शिता और सुशासन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का अधिकार है।