मेदिनीनगर: नक्सली गुटों के सोना लूट की वारदात में संलिप्तता का खुलासा, दो गिरफ्तार
मेदिनीनगर (उज्ज्वल दुनिया), 11 अगस्त 2024: झारखंड में हाल ही में घटित सोना लूट कांड के तार अब जेल से बाहर आए नक्सलियों से जुड़े हैं। पुलिस ने झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के पूर्व एरिया कमांडर ललन भुइयां उर्फ अर्जुन जी उर्फ अर्जुन सिंह और उसके सहयोगी वीरेंद्र भुइयां को गिरफ्तार किया है।
पलामू पुलिस की कार्रवाई में खुलासा हुआ कि कुख्यात सोना लुटेरा मोनू सोनी, जो प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी के साथ जुड़ा है, ने जेल से बाहर आए नक्सलियों का इस्तेमाल सोना लूट की वारदातों को अंजाम देने के लिए किया। पुलिस ने ललन भुइयां और वीरेंद्र भुइयां को गिरफ्तार करने के बाद उनके पास से एक पिस्तौल, पांच गोलियां और एक बाइक बरामद की है।
ललन भुइयां पलामू के सतबरवा के ढुलसुलमा का निवासी है और वीरेंद्र भुइयां चैनपुर के चकरभोंगा का निवासी है। पुलिस के अनुसार, ललन और वीरेंद्र पलामू में लूट की योजना बना रहे थे। इसी क्रम में पुलिस ने एक छापेमारी कर दोनों को पकड़ा।
25 जुलाई को गढ़वा के डंडा थाना क्षेत्र में, ललन भुइयां और वीरेंद्र भुइयां ने एक स्वास्थ्यकर्मी को गोली मारकर उसकी बाइक लूट ली थी। इस बाइक का इस्तेमाल गुमला में सोना लूटने के लिए किया जाना था, लेकिन बाइक के खराब हो जाने के कारण लूट के लिए दूसरी बाइक का इस्तेमाल किया गया।
ललन भुइयां के खिलाफ पलामू के पांकी, चैनपुर, रामगढ़, लातेहार के गारू और गढ़वा के डंडा में कई प्राथमिकी दर्ज हैं। एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि जेल से बाहर आने के बाद मोनू सोनी ने ललन और वीरेंद्र से संपर्क कर सोना लूट की योजना बनाई थी।
इस छापेमारी में सदर एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद, चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे। पुलिस की इस कार्रवाई से सोना लूट की घटनाओं में शामिल नक्सली गुटों के खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी से क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया जा सकेगा।