नई दिल्ली: सुपरस्टार मोहनलाल की नई मलयालम फिल्म L2: Empuraan को रिलीज़ के बाद हिंदू राष्ट्रवादी समूहों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है और पहले वीकेंड में ही ₹1.5 अरब (₹150 करोड़) की कमाई कर चुकी है, लेकिन कुछ दृश्यों को लेकर बीजेपी और आरएसएस समर्थकों ने नाराज़गी जताई है।
फिल्म पर विवाद क्यों?
फिल्म की शुरुआत में एक फ्लैशबैक सीन दिखाया गया है, जिसमें ज़ायेद मसूद नाम के किरदार का बैकस्टोरी बताया जाता है। यह किरदार 2002 के गुजरात दंगों से प्रेरित बताया जा रहा है, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
इस दृश्य में हिंदुओं द्वारा मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा को ग्राफिक तरीके से दिखाया गया है। इसके अलावा, एक हिंदू अपराधी के सत्ता में उभरने की कहानी भी कुछ संगठनों को आपत्तिजनक लगी।
बीजेपी और आरएसएस की प्रतिक्रिया
बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर, जिन्होंने पहले फिल्म की टीम को बधाई दी थी, ने अब कहा कि फिल्म में कुछ “भ्रमित करने वाले विषय” हैं।
आरएसएस की पत्रिका ‘ऑर्गेनाइज़र वीकली’ ने लिखा:
“Empuraan सिर्फ एक खराब फिल्म नहीं है, यह आस्था, राजनीतिक बहुलता और संतुलित कहानी कहने की कला पर हमला है।”
सोशल मीडिया पर #BoycottEmpuraan ट्रेंड कर रहा है, हालांकि कोई बड़े विरोध प्रदर्शन नहीं हुए हैं।
मोहनलाल और निर्माताओं की सफाई
विवाद बढ़ने पर निर्माता गोपालन गोपालन ने कहा कि उन्होंने निर्देशक पृथ्वीराज से आवश्यक कटौती करने को कहा है। इसके बाद मोहनलाल ने फेसबुक पर लिखा:
“एक कलाकार के रूप में यह मेरी ज़िम्मेदारी है कि मेरी फिल्म किसी भी राजनीतिक विचारधारा या धार्मिक समूह के प्रति शत्रुता न रखे।”
फिल्म में क्या बदलाव होंगे?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म में 17 कट लगाए जाएंगे, जबकि कुछ के अनुसार 3 मिनट का सीन हटाया जाएगा और कुछ डायलॉग्स म्यूट किए जाएंगे। हालाँकि, मेकर्स ने आधिकारिक रूप से कुछ स्पष्ट नहीं किया है।
वामपंथी दलों का समर्थन
केरल में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और कांग्रेस ने फिल्म का समर्थन किया है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा:
“Empuraan के खिलाफ सांप्रदायिक नफरत फैलाना लोकतंत्र पर सीधा हमला है।”
कांग्रेस नेता वी.डी. सतीशन ने लिखा:
“कलाकारों को धमकी देकर किसी कलाकृति की सामग्री बदलवाना एक जीत नहीं, बल्कि रचनात्मक स्वतंत्रता पर प्रहार है।”