छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुलताबाद में स्थित मुगल सम्राट औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की धमकी के बाद विवाद गहरा गया है। धर्मवीर संभाजी महाराज प्रतिष्ठान के अध्यक्ष और पूर्व पार्षद मिलिंद रमाकांत एकबोटे ने कब्र को तोड़ने की धमकी दी है, जिससे प्रदेश में सियासत गरमा गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने इस धमकी को गंभीरता से लेते हुए छत्रपति संभाजीनगर जिला प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इस आदेश के तहत एकबोटे और उनके सहयोगियों को 16 मार्च 2025 से 5 अप्रैल 2025 तक जिले में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनोद शिरालकर द्वारा जारी किया गया।
इसके अलावा, कब्र वाले क्षेत्र में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। राज्य रिजर्व बल (SRF) के दो अधिकारियों और 15 जवानों को तैनात किया गया है। छत्रपति संभाजीनगर पुलिस ने इलाके में दो स्थानों पर नाका बंदी कर दी है।
इस मुद्दे पर शिवसेना नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। इससे पहले, महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने औरंगज़ेब की कब्र गिराने को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद विवाद और तेज हो गया।
कुछ दिन पहले छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म छावा रिलीज़ हुई थी। औरंगज़ेब, जो मुगल साम्राज्य के छठे सम्राट थे, 3 मार्च 1707 को महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में निधन हो गया था। वे मुगलों में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले शासक थे और उनके शासनकाल में साम्राज्य अपने चरम पर था।
अंबादास दानवे ने कहा कि औरंगज़ेब की कब्र इतिहास का एक प्रमाण है कि मुगल सम्राट को हराकर यहीं दफन किया गया था। उन्होंने आगे कहा, “हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को बताना चाहिए कि औरंगज़ेब यहां आया था और यहीं दफन हुआ।”
दानवे ने उन लोगों पर तंज कसते हुए कहा जो इस कब्र को हटाना चाहते हैं कि “अगर हिम्मत है तो जाओ और इसे हटाकर दिखाओ।”
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही हैं ताकि शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।