नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे भारत के अगले थल सेनाध्यक्ष होंगे. फिलहाल ले.जनरल मनोज पांडे वाइस चीफ ऑफ आर्मी हैं. जनरल एमएम नरवणे इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं. भारतीय थल सेना की कमान संभालने वाले पहले इंजीनियर ले. जनरल मनोज पांडे होंगे. बात करे अगर इनके तजुर्बे की तो ले.जनरल मनोज पांडे इससे पहले ईस्टर्न कमांड के कमांडिंग ऑफिसर रह चुके हैं और अंडमान एंड निकोबार कमांड के कमांडर इन चीफ का पद भी संभाल चुके हैं. ले. जनरल मनोज पांडे परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल हासिल कर चुके हैं.
उनके जीविनी पर परछाई डालते हुए आपको बता दे कि ले. जनरल मनोज पांडे का जन्म नागपुर में हुआ था. उन्होंने एनडीए क्लियर करने के बाद नेशनल डिफेंस अकेडमी जॉइन की. एनडीए के बाद उन्होंने इंडियन मिलिट्री अकेडमी जॉइन की और फिर सेना में बतौर अफसर कमीशन लिया.
ले. जनरल मनोज पांडे जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर 117 इंजीनियर रेजिमेंट की अगुआई भी कर चुके हैं. ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पर रेजिमेंट कमांडर थे. इसके बाद उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज, महू में दाखिला लिया और हायर कमांड कोर्स पूरा किया. कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें हेडक्वॉर्टर 8 माउंटेन डिवीजन में कर्नल क्यू नियुक्त किया गया.
मेजर जनरल के पद पर पदोन्नति के बाद, पांडे ने 8 माउंटेन डिवीजन की कमान संभाली, जो पश्चिमी लद्दाख में ऊंचाई वाले अभियानों में शामिल था. इसके बाद उन्होंने सेना मुख्यालय में सैन्य अभियान निदेशालय में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के रूप में काम किया. लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत होकर उन्होंने दक्षिणी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ की जिम्मेदारी संभाली.