अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह ढामी ने मंगलवार को खुलासा किया कि पिछले दो दिनों में उन्हें श्री दरबार साहिब (हरमंदिर साहिब) को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले पांच ईमेल मिले हैं। इनमें से तीन ईमेल आज (मंगलवार को) ही प्राप्त हुए हैं।
इन ईमेल्स में न केवल SGPC को, बल्कि अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला को भी धमकी भेजी गई है। इस बीच, पुलिस और सेना ने मिलकर सुरक्षा जांच और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
क्या बोले SGPC प्रमुख?
ढामी ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“अगर सरकार चाहे, तो यह आसानी से पता लगा सकती है कि ये ईमेल किस सर्वर और IP एड्रेस से भेजे गए हैं। सरकार के पास सभी तकनीकी संसाधन हैं।”
उन्होंने इसे आतंक फैलाने और श्रद्धालुओं को डराने की साजिश करार दिया और चेताया कि:
“इतिहास गवाह है कि जब-जब सचखंड श्री हरमंदिर साहिब पर हमला हुआ है, तब-तब सिख कौम ने अपने विश्वास और ‘दशमांश’ (आय का दसवां हिस्सा धर्म को देना) से उसे फिर से खड़ा किया है।”
🧑💻 फर्जी आईडी से भेजे गए ईमेल:
SGPC प्रमुख ने बताया कि:
-
पहला ईमेल 14 जुलाई, दूसरा 15 जुलाई को मिला।
-
इनमें से कुछ मेल केरल के मुख्यमंत्री और एक पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) चंद्रचूड़ की फर्जी आईडी से भेजे गए प्रतीत होते हैं।
-
यह एक गंभीर साइबर अपराध है, और साइबर एजेंसियों को तत्पर कार्रवाई करनी चाहिए।
सुरक्षा प्रबंध और सुझाव:
-
SGPC ने अपनी टास्क फोर्स को बढ़ाया और दरबार साहिब पर पूरी सतर्कता लागू कर दी है।
-
ढामी ने सरकार से अपील की कि वह धार्मिक विशेषज्ञों की एक समिति बनाए और इस तरह की धमकियों से निपटने के लिए स्थायी व्यवस्था करे।
🕯️ इतिहास की याद:
-
वर्ष 1984 में श्री अकाल तख्त साहिब और श्री दरबार साहिब को भारी नुकसान पहुंचा था।
-
सिख संगत ने बाद में अपने पवित्र दशमांश से इन पवित्र स्थलों का पुनर्निर्माण किया।