
रांची । रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता पवन रंजन खक्षी पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में रांची बार एसोसिएशन के आह्वान पर वकीलों ने कोर्ट का कामकाज ठप रखा । अधिवक्ता हमलावर गौरव सिन्हा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। गुरुवार को रांची सिविल कोर्ट से अलवर्ट एक्का चौक तक पैदल मार्च निकाला । उसके बाद कोतवाली थाना का घेराव किया और वकील पर हमला करनेवाले की गिरफ्तारी की मांग की ।
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
झारखंड लॉयर्स फोरम ने राज्य में अधिवक्ता संरक्षण कानून लागू करने की मांग की है। इस सिलसिले में सीएम हेमंत सोरेन को एक पत्र भी लिखा गया है। जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने वाले वकील ही कोर्ट परिसर में सुरक्षित नहीं हैं । उन्होंने कहा कि अधिवक्ता पर कोर्ट परिसर में ही हमला करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है ।
क्या है पूरा मामला ?
बुधवार को रांची सिविल कोर्ट में एक सुनवाई के बाद रांची जिला बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव, प्रशासन पवन रंजन खत्री के साथ मारपीट की गयी । फैमिली कोर्ट में गौरव सिन्हा और उसकी पत्नी सुगनू कुमारी के बीच भरण-पोषण के मामले की सुनवाई हो रही थी । सुगनू कुमारी की ओर से पवन खत्री अधिवक्ता हैं । इसी बीच किसी बात को लेकर अधिवक्ता पवन और क्लाइंट गौरव के बीच कहा-सुनी हो गई । देखते ही देखते पवन और गौरव के बीच विवाद बढ़ गया और उनके बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई । फिर गौरव और पवन के बीच मारपीट शुरू हो गई ।