
भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं का हुजूम अरगोडा चौक से जगन्नाथपुर मंडिर तक पूरी शांति से गुजरा । लेकिन जैसे ही भाजपा के बड़े नेता जगन्नाथपुर मंदिर से गुजर कर आगे बढ़े, पुलिस ने पीछे आ रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया । इससे वहां भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी में जिसे जहां मौका मिला भागने लगा। लाठीचार्ज से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी। इस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गये। एक कार्यकर्ता अपना टूटा हुआ हाथ दिखा रहा था।
गुस्साए कार्यकर्ताओं ने तोड़ दी पुलिस की बैरिकेड़िंग

लाठीचार्ज और पानी की बौछार से घबराए कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी। कुछ कार्यकर्ता पुलिस से भी उलझ पड़े लेकिन उनके अपने ही साथियों ने समझा-बुझा कर लौटाया। इस लाठीचार्ज में दर्जन भर कार्यकर्ता घायल हो गये। लेकिन पुलिस की संख्या कम थी और भाजपा कार्यकर्ता हजारों की संख्या में थे। बैरिकेड़िंग तोड़ने के बाद कार्यकर्ताओं का हुजूम विधानसभा की ओर बढ़ चला और पुलिस देखती रह गई।
पुलिस के डंडे के हमारी आवाज दबाना चाहती है सरकार- संजय सेठ
लोठाचार्ज के विरोध में बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश सहित भाजपा के चोड़े बड़े दर्जनों नेता वहीं बीच सड़क पर बैठ गये। संजय सेठ घायल महिला कार्यकर्ताओं को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करते दिखे। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव घायलों की मदद में यहां वहां भाग रहे थे। रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहे थे लेकिन शायद पुलिस को ऊपर से इशारा मिला था कि चाहे जैसे भी हो कार्यकर्ताओं को भड़काओ । संजय सेठ ने कहा कि अकारण कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कहीं से मानवीय नहीं है और समय आने पर भाजपा इसका मुकम्मल जवाब देगी।