
उज्ज्वल दुनिया / नितेश जायसवाल
लातेहार । हेरहंज प्रखंड में वर्मीकम्पोस्ट व सोखता निर्माण में फर्जी निकासी का मामला अभी शांत भी नही हुआ था कि गाय शेड के नाम पर बिचौलिए व मनरेगाकर्मी द्वारा किये गये फर्जी निकासी का मामला तूल पकड़ने लगा है। आरोप है कि अभी कितने ऐसे लाभुक हैं जिनको पता भी नही है कि उनके गायशेड योजना में बिचौलिया व मनरेगा कर्मियों के द्वारा अवैध निकासी कर ली गई है।
मीडिया में बयान न देने के लिए धमकी
खबर कवरेज के दौरान नाम नही छापने की शर्त पर एक लाभुक ने बताया कि हमलोगों को ऊपर काफी दबाव बनाया जा रहा है कि आप लोग जो मीडिया को बयान दिए हैं, उसको जांच करने आए पदाधिकारी के सामने न बोलें, वरना हम आपलोग का शेड निर्माण को नही होने देंगे।
बिचौलिए ब्लॉक के अधिकारियों को पहुंचाते हैं कमीशन
लाभुकों का आरोप है कि ब्लॉक में काम करने वाले चंद अधिकारियों ने अपने-अपने कमीशन एजेंट बना रखे हैं, जो हर स्विकृत योजना में एक खास परसेंट लाभुकों से लेकर उन्हें अलॉटमेंट करते हैं। इस बारे में जब उज्ज्वल दुनिया के रिपोर्टर द्वारा सवाल करने पर प्रभारी बीडीओ मेघनाथ उरांव ने बताया कि बीपीओ व जेई की जांच टीम बना दी गई है। इनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी ।
क्या कहते हैं पीड़ित लाभुक ?
युगल यादव की पत्नी व बेटे और सकेंद्र यादव की पत्नी ने बताया की हाँ, हमने गाय शेडका निर्माण कराया है . जब उज्ज्वल दुनिया ने उनसे पूछा कि क्या उनके नाम पर अवैध निकासी हुई है , तो उनका कहना था कि हमलोगों ने पैसा नहीं निकाला है। अब हमारा पैसा किसने निकाला है इस बारे में हमें जानकारी नहीं है ।
टुनश्वर यादव ने बताया पिछली बार गायशेड मेरा बेटा के नाम पर बनाया गया जिसका कुछ पैसा मिला और बाकी पैसे नहीं मिले। इस बार मेरे नाम पर गाय शेड मिला है, जिसमें कुछ लोगों का बालू व ईंट गिरा हुआ है, और कुछ लोगों को तो कुछ भी नहीं गिरा है । उन्बाहोने बताया कि बाकि कुछ काम नही हुआ है। हैरत की बात है कि काम न होने के बावजूद मजदूरों के नाम पर पैसे की फर्जी निकासी हो गई हैं। जबकि धरातल पर मजदूरों के द्वारा कुछ भी काम नहीं किया गया था।
बाद में सोशल मीडिया में खबर वायरल होने के बाद बिचौलियों द्वारा कार्य को शुरू कर दिया गया है।