शुक्रवार देर रात नई दिल्ली स्थित तिहाड जेल के सेल नंबर 8 में ताबड़तोड़ छापामारी की गई । इसी सेल में पटना धमाके का मुख्य साज़िशकर्ता तहसीन अख्तर बंद है । पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल ज़ब्त किया है । छापामारी करीब तीन घंटे तक चली ।
तहसीन ने टेलीग्राम के जरिए की है खतरनाक प्लानिंग
सुरक्षा एजेंसियों ने जेल नंबर-8 में छपेमारी कर इंडियन मुजाहिदीन के कुख्यात आतंकी तहसीन अख्तर के बैरक से मोबाइल सीज किया। इस मोबाइल से टेलीग्राम चैनल एक्टिवेट किया गया था। बरामद मोबाइल से टोर ब्राउज़र के जरिए वर्चुअल नम्बर क्रिएट किया गया और फिर टेलीग्राम अकाउंट बनाया गया था। इसके बाद धमकी भरा पोस्ट तैयार कर उसे टेलीग्राम के जरिये भी भेजा गया था। मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब तहसीन अख़्तर को जेल से रिमांड पर लेकर इस मामले में सघन पूछताछ करेगी।
तिहाड में मौजूद एक और मोबाइल नंबर है एजेंसी के रडार पर
जांच के दौरान जिस एक अन्य मोबइाल नंबर को संदेह के दायरे में रखा गया है, उसे लेने वाले शख्स की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। यह दूसरा मोबाइल नंबर भी स्पेशल सेल की रडार पर है। अबतक की तफ्तीश के मुताबिक यह मोबाइल नम्बर पिछले साल सितंम्बर में एक्टिववेट हुआ था और बाद में इसे बंद कर दिया गया था। स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक, दो मोबाइल नम्बर फर्जी दस्तावेजों के जरिए खासतौर पर तिहाड़ में बंद लोगों के लिए खरीदे गए थे।
नए नंबर लेने वाले दोनों हैं तिहाड़ में
अबतक की जांच में यह खुलासा हुआ है कि जिन दो नंबरों की जांच की जा रही है, वे दोनों ही नंबर तिहाउ़ में बंद दो कैदियों ने मंगाए थे। फर्जी दस्तावेजों पर आधारित इस नंबर को लेने वाले शख्स की भी पुलिस तलाश कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिरकार वह शख्स है कौन, जो जेल में बंद लोगों के लिए काम कर रहा है। तिहाड़ में इस तरह से गोलबंदी करने वाले छह कैदी फिलहाल सेल की राडार पर हैं, जिन्हें लेकर जांच की जा रही है।
बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है तहसीन अख्तर
तहसीन अख्तर बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है। वह आईएम चीफ यासीन भटकल के बाद संगठन की कमान संभाल रहा था। तहसीन दिल्ली में भटकल की मदद से हथियारों की फैक्ट्री लगाने वाला था। तहसीन अख्तर, पटना के गांधी मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में बम धमाके, हैदराबाद में ब्लास्ट, बोधगया बम धमाकों में शामिल रहा है।