
Jharkhand के कोडरमा जिले की अदालत ने Honour Killing के एक मामले में लड़की के पिता, उसकी माँ, लड़की के चाचा-चाची सभी को फांसी की सजा सुनाई है। हालांकि पीड़ित पक्ष ने झारखंड High court में इस फैसले के खिलाफ अपील की बात कही है ।
पुलिस ने जलती चिता से शव को किया था जब्त
जानकारी के अनुसार, अगस्त 2018 को कोडरमा जिले के चंदवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत मदनगुड़ी में 20 वर्षीय सोनी कुमारी की हत्या कर दी गयी थी। हत्या के बाद शव को जलाने की भी कोशिश हुई थी । लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंच जाने के बाद चिता के ऊपर से शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था।
अंतरजातीय विवाह करना चाहती थी सोनी कुमारी
घटना के बाद से ही चारों अभियुक्त कोडरमा मंडल कारा में बंद थे और आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। लोक अभियोजक दिनेश चंद्रा ने बताया कि मृतका सोनी कुमारी अंतरजातीय विवाह किया था, जिससे उसके माता-पिता नाराज थे और इसी कारण परिवार के 4 लोगों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी।
ये था पूरा मामला
मदनगुंडी निवासी 25 वर्षीय प्रदीप शर्मा पिता महेंद्र शर्मा का इसी गांव की सोनी कुमारी से दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करने को लेकर तैयार थे, पर लड़की के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे। घटना के करीब दस दिन पूर्व दोनों घर से फरार होकर राजस्थान चले गए। वहां 18 मार्च 2018 को भीमाडीह स्थित एक मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली थी। इसकी जानकारी चंदवारा में परिजनों को भी मिली। शादी के बाद दोनों की तस्वीरें भी सार्वजनिक हुई।
पंचायत के एक दिन पहले लड़की की हुई संदिग्ध मौत
इसी बीच लड़की के परिजनों ने स्थानीय मुखिया पति भुनेश्वर पंडित से मुलाकात की और दोनों के बीच रजामंदी से फैसला कराकर रखने की बात कही। प्रेमी जोड़े चंदवारा वापस लौटे, यहां मुखिया पति की मौजूदगी में युवक ने युवती को सौंप दिया था। इसी रात युवती अपने पिता के घर चली गई थी, जबकि युवक अपने घर। पूरे मामले को लेकर गांव में पंचायत तय की गई थी, पर इससे पहले ही रात युवती की मौत हो गई। शुरुआत में संदिग्ध मौत का मामला सामने आया, पर सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जब पूरी तहकीकात की तो मामला ऑनर किलिंग का निकला। युवती के गले में निशान पाया गया। घटना को लेकर चंदवारा थाना प्रभारी सोनी प्रताप के बयान पर एक केस दर्ज किया गया था।