Jharkhand की राजधानी रांची में सट्टेबाजी और जुआ का बेताज बादशाह बना प्रिंस सिंह उर्फ लाली को पंडरा ईलाके सेे गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले भी प्रिंस सिंह उर्फ लाली पुुलिस ने पकड़ा था, मगर आरोप है कि पैस और ऊंची पहुंच की बदौलत वह बच निकला ।

Audi सहित कई महंगी गाड़ियों में घूमता है लाली
रांची के धुर्वा का रहने वाले प्रिंस उर्फ लाली का दावा है कि वह एसपी-डीसी को भी खरीद सकता है। महंगी गाड़ियों का शौकीन प्रिंस सिंह उर्फ लाली खुद ऑडी में घूमता है, लेकिन उसके पास महंगी गाड़ियों का जखिरा है, जिसे उसने अलग-अलग नाम से खरीद रखा है ।
पहले भी तीन बार जेल जा चुका है लाली
रविवार को पंडरा ओपी पुलिस ने गुप्त सूचना पर पंडरा के महावीर मंदिर के पीछे मणीकांत राव के घर छापेमारी कर जुआ खेलाने का सामान, तीन लाख रुपये, पांच कार, तीन बाइक, 16 मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किए। पुलिस ने मौके से मुख्य सरगना प्रिंस सिंह उर्फ लाली सहित दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार प्रिंस सिंह उर्फ लाली पहले भी जुआ खेलने के आरोप में तीन बार जेल जा चुका है।
पुलिस ने प्रिंस सिंह उर्फ लाली गैंग के इन लोगों को किया गिरफ्तार
सरगना प्रिंस सिंह उर्फ लाली, किशन कुमार सिंह, टूटू सिंह ,मनीष कुमार सिंह ,अमन सिंह चौहान, संपत कुमार राय ,रवि कुमार, इमानुएल टोपनो, राजीव रंजन सिंह और अमित कुमार शामिल है़।
कैसे रांची में जुए का बेताज बादशाह बना प्रिंस सिंह उर्फ लाली ?
बचपन से पढ़ने में तेज प्रिंस सिंह उर्फ लाली को जुए में लाने वाले धुर्वा के ही कुछ जुआरी थे । अजय सिंह (जिसकी हत्या हो चुकी है) ने जेजे कॉलेज के पास जुए का अड्डा संचालित करना शुरू किया। लेकिन प्रिंस सिंह उर्फ लाली जल्द ही अजय जैसे छोटे जुआरियों के कंधे पर पैर रखकर बहुत तेजी से आगे बढ़ता गया। स्थानीय बताते हैं कि धुर्वा थाने के कुछ पुलिसकर्मियोने इसमें लाली का भरपूर साथ दिया। दावा तो यह भी है कि धुर्वा थाने के एक थानेदार (फिलहाल दूसरे थाने में पदस्थापित) को लाली हर महीने 60-70 हजार रुपये पहुंचाता था ।