जयपुर:
उत्तराखंड के केदारनाथ में रविवार सुबह गौरीकुंड के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें पायलट राजवीर सिंह चौहान भी शामिल थे। राजवीर सिंह जयपुर निवासी थे और भारतीय सेना में 14 वर्षों तक लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर सेवा दे चुके थे।
कुछ महीने पहले ही उन्होंने एक प्राइवेट एविएशन कंपनी में बतौर पायलट नौकरी जॉइन की थी।
चार महीने पहले बने थे जुड़वां बच्चों के पिता
राजवीर सिंह की पत्नी दीपिका भी सेना में कार्यरत हैं और चार महीने पहले उन्होंने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। इस हादसे ने जयपुर के शास्त्री नगर स्थित उनके परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है। जैसे ही यह खबर परिवार को मिली, रिश्तेदार और परिचित सांत्वना देने उनके घर पहुंचे।
सबसे पहले पिता को मिली दुःखद सूचना
उनके पिता गोविंद सिंह चौहान को सबसे पहले बेटे की मौत की सूचना मिली। परिवार और आस-पड़ोस में शोक का माहौल है।
राजनीतिक नेताओं ने जताया दुख
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“केदारनाथ में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट व श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। बाबा केदार दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व परिजनों को यह वज्राघात सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!”
विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा कि यह हादसा अत्यंत पीड़ादायक और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को श्रद्धांजलि अर्पित की और ईश्वर से उन्हें संकट सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह अलवर ने लिखा:
“गौरीकुंड, केदारनाथ के पास हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर अत्यंत दुःखद है। सभी 7 यात्रियों व पायलट श्री राजवीर सिंह (जयपुर, राजस्थान) की मृत्यु अत्यंत पीड़ादायक है। ईश्वर सभी दिवंगत आत्माओं को शांति व परिजनों को संबल दें।”
आधिकारिक पुष्टि
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) की सीईओ सोनिका ने इस बात की पुष्टि की कि हादसे में सातों यात्रियों और पायलट राजवीर सिंह चौहान की मृत्यु हुई है।