बेंगलुरु:
कर्नाटक पुलिस ने रैपिडो बाइक टैक्सी ड्राइवर के खिलाफ महिला यात्री से कथित मारपीट के मामले में FIR दर्ज की है। यह घटना दिनदहाड़े हुई और इसका एक हिस्सा वीडियो में कैद हो गया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने आम जनता और नेटिज़न्स के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है।
जयनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी (FIR) के अनुसार, आरोपी की पहचान सुहास के रूप में हुई है और शिकायतकर्ता श्रेया ने आरोप लगाया है कि चालक ने सार्वजनिक रूप से उन्हें गालियां दीं और थप्पड़ मारा, जब उन्होंने उसकी लापरवाह ड्राइविंग पर आपत्ति जताई।
श्रेया ने बताया कि उन्होंने 13 जून की सुबह लगभग 10 बजे BTM लेआउट से जयनगर 3rd ब्लॉक तक रैपिडो की सवारी बुक की थी। सफर के दौरान ड्राइवर ने कई यातायात नियमों का उल्लंघन किया। जब वह गंतव्य पर पहुंचीं, तो उन्होंने इस पर सवाल उठाया। इसके बाद चालक ने उन्हें कथित तौर पर गाली दी और थप्पड़ मारा।
“शुरुआत में मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का मन नहीं बनाया था, लेकिन जब वीडियो वायरल हुआ और दोस्तों ने सुझाव दिया, तब मैंने पुलिस का रुख किया,” श्रेया ने कहा।
👮♂️ पुलिस ने शुरू की जांच, वीडियो हो रहा विश्लेषित
दक्षिण डिवीजन के पुलिस उपायुक्त (DCP) लोकेश जगलासर ने बताया:
“महिला ने ड्राइवर की असुरक्षित ड्राइविंग पर सवाल उठाया, जिससे दोनों के बीच बहस हुई, जो कथित मारपीट में बदल गई। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू हो गई है।”
पुलिस ने ड्राइवर को पूछताछ के लिए बुलाया है और वायरल वीडियो की बारीकी से जांच की जा रही है।
🎥 ड्राइवर ने जारी किया अपना पक्ष
घटना के बाद, ड्राइवर सुहास ने एक वीडियो बयान जारी कर खुद को निर्दोष बताया है। उन्होंने कहा कि यात्री ने उनसे अचानक बाइक रोकने को कहा जबकि वह ट्रैफिक से बचने के लिए एक शॉर्टकट ले रहे थे।
“अगर मैंने अचानक गाड़ी रोकी होती तो पीछे की गाड़ियों को खतरा हो सकता था। इसलिए मैंने कुछ मीटर आगे जाकर गाड़ी रोकी,” उन्होंने दावा किया।
ड्राइवर ने यह भी आरोप लगाया कि महिला ने दो बार हाथ उठाने की कोशिश की, और पहले गुस्से में चिल्लाना शुरू किया।
🚫 रैपिडो की प्रतिक्रिया
जब रैपिडो से संपर्क किया गया, तो कंपनी ने कहा कि यह मामला पुलिस के अधीन है और इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
📱 सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
यह घटना सोशल मीडिया पर बाइक टैक्सी सेवाओं की सुरक्षा, यात्री-ड्राइवर के व्यवहार और राइड-हेलिंग सेवाओं में नियमन और जवाबदेही की जरूरत पर बहस छेड़ दी है।