रांची । देश में जेएनयू के किटाणु बड़ी तेजी से पैर पसार रहे हैं । टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थक अब झारखंड में भी पैठ कर चुके हैं। धनबाद की प्रतिष्ठित ISM को मोदी सरकार ने IIT का दर्जा दिया। लेकिन अब वहां भी आजादी…आजादी…के नारे लग रहे हैं । दरअसल चंद छात्र-छात्राओं की कुत्सिक मानसिकता के कारण पूरा संस्थान बदनाम हो गया। मुश्किल से दो दर्जन छात्र-छात्राएं आजादी…आजादी…के नारे लगाने वालों में शामिल थे । लेकिन अब पूरा संस्थान अगले कुछ दिनों तक पूरे देश में बदनाम होगा ।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, मंगलवार को बीटेक और एमटेक के विद्यार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया । प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों की एकमात्र मांग थी कि परीक्षाएं ऑनलाइन ली जाए । उनका कहना था कि जब कोरोना काल में पढ़ाई ऑनलाइन कराई गई तो परीक्षा भी ऑनलाइन होनी चाहिए । ऑफलाइन परीक्षा में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता है । इसी प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने आजादी के नारे लगाए ।
हमने नहीं, बाहरी लोगों ने लगाए नारे- छात्र
प्रबंधन ने नारे लगाने वाले छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है। IIT-ISM के डिप्टी डायरेक्टर प्रोफेसर तालिवान ने कहा है कि अगर हमारे कुछ छात्र देश-विरोधी नारे लगाने में शामिल पाये गये तो उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया जाएगा। उनके खिलाफ जो बी कानूनी कार्रवाई होगी वो की जाएगी। वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि हमने आजादी के नारे नहीं लगाए। अचानक कुछ अनजान से चेहरे हमारे प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होने एक-दो बार आजादी…आजादी के नारे लगाए और कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले वे चुपके से निकल गये ।
देश विरोधी नारा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं
वहीं, IIT-ISM के पूर्व गृह मंत्री सुदेश महतो ने कहा कि सरकार या प्रबंधन की किसी नीति के खिलाफ प्रदर्शन करना या नारे लगाना कोई अपराध नहीं है, लेकिन अगर देश विरोधी नारा लगाया जाएगा तो यह किसी भी हाल में स्वीकार नहीं है । लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध करने का अधिकार सभी को है लेकिन देश के विरोध में नारे लगाना कभी सही नहीं हो सकता है ।
PIL की चेतावनी
IIT-ISM में देश विरोधी नारे लगाने के मामले में सियासत शुरू हो गई है। भाजपा से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता अनुरंजन अशोक ने कहा है कि प्रबंधन देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों को निकाल बाहर फेके. अगर ऐसा नहीं किया गया तो देश में रहकर आजादी के नारे लगाने वालों के खिलाफ पीआईएल दाखिल करूंगा। ऐसे लोगों पर SEDETION का चार्ज लगना चाहिए ।