गिरिडीह। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि उन्होने गिरिडीह सदर अस्पताल में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने का काम खाना बनाने वाली एजेंसी के संचालक मोहम्मद नवाब को दिलवा दिया, वो भी बिना किसी टेंडर के। इतना ही नहीं झामुमो के गिरिडीह विधायक सुदिव्य सोनू पर ये भी आरोप है कि उन्होने अपने चहेते झामुमो नेता कुमार गौरव को सदर अस्पताल के दौ सौ बेड और गांडेय व बेंगाबाद में 10-10 बेड के अलावे बरमोरिया अस्थायी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सप्लाय पाइपलाइन का काम सौंप दिया गया । यहां भी टेंडर निकालने तक की जरुरत नहीं समझी गई।
सुदिव्य कुमार सोनू का वचन ही है यहां शासन ?
नियम तो कहता है कि ऑक्सीजन पाइपलाइन लगाने का काम किसी अनुभवी ठेकेदार को ही देना है। लेकिन यहां तो खाना बनाने का अनुभव ही काम आ गया और सबसे बड़ा अनुभव जो नवाब और कुमार गौरव दोनों को था, वो था विधायक जी की नजदीकी का। मामले की जब पड़ताल की गयी तो सदर अस्पताल के दूसरे तल्ले में जिला कुष्ठ विभाग के पदाधिकारी के चैंबर और कर्मियों के कार्यालय से सदर अस्पताल के मीटिंग हाल तक में पाइपलाइन बिछा हुआ मिला । अस्पताल के इसी तल्ले के एक वार्ड में पाइपलाइन दीवार से सटा हुआ दिखा ।
रसोईया और झामुमो नेता को काम देने में ताक पर रखे गये नियम
स्वास्थ विभाग के सूत्रों की मानें तो विधायक की अनुशंसा पर ऑक्सीजन सप्लाइ के पाइपलाईन का कार्य विकास एजेंसी एनआरईपी को दिया गया। एनआरईपी के जेई मुकेश कुमार को एनआरईपी ने कार्य आवंटित किया । तो जेई मुकेश कुमार ने सदर अस्पताल में दौ सौ बेड और बेंगाबाद के साथ गांडेय स्वास्थ केन्द्र में अस्पताल के रसोईया को पाईप लाईन बिछाने का कार्य सौंप दिया । वहीं बरमोरिया के अस्थायी कोविड सेंटर में झामुमो नेता को पाईप बिछाने का कार्य आवंटित कर दिया ।
सिविल सर्जन मीडिया से बात करने को तैयार नहीं
इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा और एनआरईपी के पदाधिकारियों से कारण पूछा गया तो अधिकारी ने कैमरे के सामने कुछ कहने से इंकार कर दिया ।