लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के सेरेगडा पंचायत के मननडीह में 7 बच्चियों की 18 सितंबर को करमा पर्व के विसर्जन के दौरान हुई ।यह मौत कोई आम घटना नहीं थी। इस घटना के पीछे कई लोग और विभाग दोषी हैं । जिस तरह से यह घटना हुई है उससे यह प्रतीत होता है कि रेलवे द्वारा किए गए गड्ढे को किसी एक समुदाय, व्यक्ति विशेष, ठेकेदार आदि को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है। जांच में पता चलता है कि किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए गड्ढे तैयार किए गए। ये सनसनीखेज आरोप भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने लगाए ।
लातेहार डीसी कहीं दोषियों को बचा तो नहीं रहे ?
उन्होंने कहा कि लातेहार डीसी शायद इसलिए मुसलमानों की दुहाई दे रहे थे, क्योंकि अगर इस मामले की सही से जांच हो जाय तो समुदाय विशेष का वह ठेकेदार तो फंसेगा ही, उसके कई आका भी कानून की गिरफ्त में होंगे।
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि 18 सितंबर को हुई इस घटना के बाद उपायुक्त लातेहार ने मौखिक रूप से एक जांच कमेटी तैयार कर मामले की जांच करने की बात कही, लेकिन आज 10 दिन गुजर जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई है और ना ही कोई अधिकारी इस मामले पर जनप्रतिनिधियों से बात कर रही है।
उन्होंने कहा कि रेलवे की तरफ से विकास के नाम पर किए गए यह गड्ढे किसी विशेष समुदाय, व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए किए गए हैं। अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जिले के उपायुक्त का विवादित बयान भी इस मामले को अलग मोड़ देता नजर आ रहा है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष को फोन पर कही बातों से यह लगता है कि जिला प्रशासन इस मामले को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से ₹400000 का मुआवजा देने की घोषणा कहीं से भी उचित मालूम नहीं पड़ती है। जबकि पिछली सरकार ने ही ऐसी घटनाओं के बाद पीड़ित परिवार को ₹400000 आपदा प्रबंधन विभाग से तरफ से देने का प्रावधान बनाया था।
पीड़ित परिवारों से बात करते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि इस दुख की घड़ी में भारतीय जनता पार्टी एक परिवार की तरह उनके साथ खड़ा है और इस लड़ाई में वह जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार और अनुसूचित जाति आयोग को भी हस्तक्षेप करने का आग्रह करेंगे। पीड़ित परिवार खुद को असहाय न समझे। भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर इस लड़ाई में उनके साथ है।