झारखंड कांग्रेस का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा । इसे लेकर अचानक सियासी चहलकदमी बढ़ गई है। झारखंड कांग्रेस के कई नेता दिल्ली में कैंप कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही झारखंड और बिहार जैसे प्रदेशों के अध्यक्ष का एलान होने वाला है। अब नये नामों को लेकर कांग्रेस के अंदर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
विक्सल कोंगाड़ी के नाम की चर्चा
कांग्रेस नेता नमन् विक्सल कोंगाड़ी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। कांग्रेस की क्रिश्चियन लॉबी ने उन्हें 12वां मंत्री पद दिलाने के लिए सोनिया से लेकर राहुल गांधी तक लॉबिंग की थी। ऑस्कर फर्नांडिस और अंजू बी जॉर्ज जैसे नेताओं तक बात पहुंचाई गई थी। लेकिन फिलहाल वो मामला चल गया। अब कांग्रेस का एक छोटा लेकिन ताकतवर तबका कोलेबिरा विधायक नमन् विक्सल कोंगाड़ी को अगला प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए दिल्ली में लॉबिंग कर रहा है।
दीपिका पांडे सिंह भी रेस में आगे
कांग्रेस की किसी भी महिला विधायक को सरकार में कोई पद नहीं मिला। ऐसे में एक सोंच यह भी है कि किसी महिला को पहली बार झारखंड प्रदेश कांग्रेस की कमान क्यों न सौंपी जाय । दीपिका पांडेय केंद्रीय नेताओं के लगातार संपर्क में हैं । लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने दीपिका पांडेय को केंद्रीय सचिव को जवाबदेही दी है । ऐसे में शायद ही कांग्रेस नेतृत्व उन्हें उत्तराखंड जैसे चुनावी राज्य से हटाकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपे। वैसे भी दीपिका पांडे सिंह प्रदेश अध्यक्ष की बजाय मंत्री पद या बोर्ड-निगम ज्याद पसंद करें ।
अजय कुमार की चर्चा रांची से ज्यादा दिल्ली दरबार में
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार पार्टी में वापस आ चुके हैं। उनके रिश्ते दिल्ली के बड़े नेताओं से सहज हैं। राहुल गांधी की नजर में भी अजय कुमार की छवि अच्छी है। लेकिन प्रदेश स्तर पर अजय कुमार का बहुत विरोध है। खासकर रांची के नेताओं का एक तबका शायद ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर देखना पसंद करे।
संजय पांडे ने रामेश्वर उरावं की शिकायत आरपीएन सिंह से की
इधर, प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जिलाध्यक्ष भी अपने-अपने नेताओं को आगे कर रहे हैं । उनके लिए दिल्ली दरबार का चक्कर लगा रहे हैं । रांची के महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय सहित कई नेता समय-समय पर दिल्ली पहुंच रहे हैं । वहीं, प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने एक आदेश जारी किया है कि जिलाध्यक्ष अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे । इस आदेश का संजय पांडेय ने विरोध किया है। उनकी दलील है कि आउटरीच कार्यक्रम केवल जिलाध्यक्षों के लिए नहीं है । को-ऑर्डिनेटर, कार्यकारी अध्यक्ष सहित दूसरे पदाधिकारी भी प्रभार वाले जिला से बाहर ना जाये । महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय ने इसकी शिकायत झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह से भी की है ।