झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के नाम से एक फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाया गया है। इस प्रोफाइल में नाम की स्पेलिंग में गड़बड़ी और निवास स्थान देवघर बताया गया है। डीजीपी ने फेसबुक से शिकायत की है और साइबर सेल को जांच का जिम्मा सौंपा है। इससे पहले भी डेढ़ दर्जन से अधिक आइएएस-आइपीएस अधिकारियों के फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाए जा चुके हैं।
डीजीपी अनुराग गुप्ता का फर्जी प्रोफाइल
साइबर अपराधियों ने झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता का भी फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बना दिया है। कुछ लोगों को उक्त प्रोफाइल से जब फ्रेंड रिक्वेस्ट गया तब मामला सामने आया। उक्त फर्जी फेसबुक प्रोफाइल में अनुराग की स्पेलिंग में गड़बड़ी तो है ही उनका निवास स्थान देवघर बताया गया है। कुछ लोगों ने फेसबुक प्रोफाइल की इन गड़बड़ियों से ही संदेह जताया कि उक्त फेसबुक प्रोफाइल फर्जी है।
शिकायत और जांच
किसी माध्यम से डीजीपी को भी इसकी सूचना मिली और उन्होंने सत्यापन के बाद फेसबुक से इसकी शिकायत की है। उन्होंने साइबर सेल को भी इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है।
अन्य अधिकारियों के फर्जी प्रोफाइल
साइबर अपराधियों ने पूर्व में डेढ़ दर्जन से अधिक आइएएस-आइपीएस अधिकारियों का फेसबुक प्रोफाइल बनाया था। झारखंड के पूर्व डीजीपी नीरज सिन्हा का भी अपराधियों ने फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाया था। इस मामले में धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। पुलिस ने बेहतर अनुसंधान की बदौलत फर्जी फेसबुक प्रोफाइल तैयार करने वाले गिरोह का खुलासा किया था। एक आरोपित यूपी-हरियाणा बार्डर से पकड़ा गया था। इसने अपने गिरोह की जानकारी दी थी कि कैसे वे फर्जी फेसबुक प्रोफाइल से लोगों को ठगते हैं और उनसे विभिन्न कारणों को बताकर रुपये ठगते हैं।
प्रेम जाल में फंसाकर शिक्षिका से ठगी
लातेहार जिले के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मासियातू बालूमाथ की सहायक शिक्षिका अंजना एक्का से साढ़े पांच लाख रुपए ठगी करने के मामले में साइबर थाना ने एक युवक को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार साइबर अपराधी नसीम अंसारी (कोर्ट रोड, रहमतनगर, नियर हिंडालको ऑफिस, लोहरदगा) का रहने वाला है। पुलिस ने ठगी में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद कर लिया है।
इसकी जानकारी एसपी कुमार गौरव ने दी। उन्होंने बताया कि महिला शिक्षिका को इंटरनेट के माध्यम से साइबर अपराधी ने पहले प्रेम जाल में फंसाया। इस दौरान युवक ने अपने आप को इंजीनियर बताते हुए किसी कंस्ट्रक्शन काम में पैसे लगाने को लेकर शिक्षिका से कई बार में करीब साढ़े पांच लाख रुपए ठगी कर ली।
ठगी का खुलासा
पैसा लेने के बाद साइबर अपराधी द्वारा जब शिक्षिका को इंटरनेट से अनफ्रेंड कर बातचीत बंद कर दिया, तब शिक्षिका को आभास हुआ कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गई है। इसके बाद लातेहार साइबर थाना कांड संख्या 03/25 दर्ज कराया। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया।