
कोरोना काल खत्म होने के बाद झारखण्ड के विकास को पंख देने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सबसे ज्यादा फोकस ग्रामीण ईलाकों में सड़कों का जाल बिछाने की ओर है। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अगले एक साल में हर विधानसभा क्षेई में कम से कम 10 किलोमीटर सड़क बनाने की योजना है। इसके लिए विभाग को जरुरी निर्देश प्राप्त हो गये हैं।
आलमगीर आलम ने विधानसभा में किया था इशारा
विधानसभा के मॉनसून सत्र के अंतिम दिन ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने इसका इशारा किया था. भाजपा के भानु प्रताप शाही द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में मंत्री आलमगीर आलम ने कहा था कि राज्य सरकार विकास के मामले में भेदभाव नहीं करती। हर विधायक के क्षेत्र में 6 से लेकर 10 किलोमीटर तक ग्रामीण सड़क बनाने की योजना है। सत्र खत्म होने के बाद ग्रामीण विकास विभाग इस मामले में रेस हो गया है।
2000 किलोमीटर ग्रामीण सड़क निर्माण का लक्ष्य
झारखंड में बड़े पैमाने पर ग्रामीण सड़क-पुल निर्माण की योजना प्रारंभ होने वाली है. राज्य संपोषित योजना से भी 2000 किमी ग्रामीण सड़क निर्माण का लक्ष्य है. इस साल 82 पुल निर्माण की भी योजना की मिल सकती है स्वीकृति. इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से भी 1023 किमी ग्रामीण सड़क निर्माण की योजना है. इनमें करीब हजारों करोड़ की राशि खर्च होगी.

