रांची । झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. राकेश किरण महतो ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पत्र लिख कर झारखण्ड राज्य में जातिगत जनगणना करवाने का अनुरोध किया है। डाॅ. महतो ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में लिखा है कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक 10 वर्ष में जनगणना करवाये जाने का प्रावधान है जिसके माध्यम से देश के नागरिकों के विकास हेतु नीति निर्धारण किया जाता है। केन्द्र की पूर्ववती यूपीए सरकार द्वारा वर्ष 2011 में पहली बार देश के सभी राज्यों में सघन रूप से वैज्ञानिक पद्धति अपनाते हुए नागरिकों का सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना करवाया गया। परन्तु केन्द्र की वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा इस जनगणना के जातिगत आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया गया, जो अत्यन्त ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होने कहा कि 2021 में भी जनगणना प्रस्तावित है परन्तु भारत सरकार द्वारा संसद के मानसून सत्र में लिखित रूप से यह बताया गया है कि उक्त जनगणना भी जाति आधारित नहीं होगी। इससे पिछड़ा वर्ग, अनु0 जाति, अनु0 जनजाति एवं अन्य कमजोर वर्ग के लोगों की वास्तविक संख्या का सही आकलन नहीं हो सकेगा, और न ही समुचित नीति निर्धारण हो पायेगा।
राकेश किरण महतो ने लिखा है कि यदि भारत सरकार द्वारा जातीय जनगणना नहीं करायी जाती है तो अनुरोध होगा कि झारखण्ड सरकार अपने संसाधन से राज्य में जातीय जनगणना करवाये ताकि राज्य में निवास करने वाले सभी वर्गों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति का पता चल सके एवं तदनुसार उनकी उन्नति हेतु सरकार द्वारा कदम उठाये जा सकें ।