झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि मौजूदा कोविड संकट को देखते हुए अभी CBSE 12वीं की बोर्ड परीक्षा लेना ठीक नहीं होगा। उधर दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के नेतृत्व में चली दो घंटे की बैठक के बाद सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों से इस बारे में राय मांगी गई।

बैठक के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने कहा-” हमारे पास कई तरह के सुझाव आए , लेकिन सभी को सुनने के बाद झारखंड सरकार का फैसला ये है कि मौजूदा कोविड संकट को देखते हुए CBSE 12वीं की बोर्ड परीक्षा आगे बढ़ा दी जानी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना संभव नहीं है। इसके अलावा छात्र भी मानसिक रूप से तैयार नहीं हैं। उनमें से कुछ ने अपने माँ-बाप को खोया है, कुछ के बेहद नजदीकी रिश्तेदार नहीं रहे । परिवार मानसिक तनाव से गुजर रहा है, ऐसे में परीक्षा उनके लिए तनाव बढ़ाने वाला होगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ लोगों ने परीक्षाएं लेने के बारे में भी सलाह दी है। कुछ परीक्षा की अवधि घटाने के सुझाव दिए तो कुछ सुझाव ऐसे भी आए कि सभी स्कूलों में होम सेंटर बनाकर 12वीं की बोर्ड परीक्षा ली जा सकती हैं। लेकिन सभी सुझावों को सुनने के बाद हमारा फैसला ये था कि पहले कोविड कंट्रोल में आ जाए, इसके बाद ही परीक्षा हो ।