जामताड़ा: कभी साइबर अपराध के लिए एक प्रसिद्ध जिला और साइबर अपराधियों का केंद्र, जामताड़ा अब शिक्षा के क्षेत्र में अपना मार्ग प्रशस्त कर रहा है. जामताड़ा देश का एकमात्र जिला बन गया है जहां सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक पुस्तकालय हैं. लगभग आठ लाख की आबादी वाले इस जिले में छह ब्लॉक के तहत कुल 118 ग्राम पंचायतें हैं और प्रत्येक पंचायत में एक सुसज्जित पुस्तकालय है जो सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक छात्रों के लिए खुला रहता है.
पुस्तकालय में करियर परामर्श सत्र और प्रेरक कक्षाएं भी हैं जो निःशुल्क आयोजित की जाती हैं. जिले में तैनात आईएएस और आईपीएस अधिकारी छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए इन पुस्तकालयों का नियमित दौरा करते हैं.
धीरे-धीरे चंद्रदीप, पंजनिया, मेंझिया, गोपालपुर, शहरपुरा, चंपापुर और झिलुआ जैसी पंचायतों में पुस्तकालय स्थापित किए गए. इन पुस्तकालयों को चलाने के लिए ग्रामीणों ने आपस में एक अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और पुस्तकालयाध्यक्ष का चुनाव किया.