चंपाई सोरेन की भाजपा में शामिल होने पर जयराम महतो ने किया बड़ा खुलासा: जल, जंगल, जमीन की बातें अब नहीं करेंगी प्रमुखता
रांची, 28 अगस्त 2024: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। इस सिलसिले में, झारखंड के वरिष्ठ नेता जयराम महतो ने चंपाई सोरेन की भाजपा में शामिल होने को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणियां की हैं।
महतो ने कहा कि चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद वे अब जल, जंगल, जमीन और खातियान के मुद्दों पर पहले की तरह मुखर नहीं रह पाएंगे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि सोरेन की राजनीतिक शैली में बदलाव आएगा और वे भाजपा के सिद्धांतों के अनुसार अपनी राजनीतिक दिशा तय करेंगे।
जयराम महतो का बयान:
“चंपाई सोरेन एक बड़े आंदोलनकारी नेता हैं, लेकिन झारखंड की परिस्थितियों में कोई खास बदलाव नहीं आएगा। झारखंड आंदोलनकारियों की धरती है, और 24 सालों में स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। नेताओं के दल बदलने से झारखंड की स्थिति में कोई फर्क नहीं पड़ता है।”
महतो ने यह भी बताया कि चंपाई सोरेन की भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी भाषाशैली और राजनीतिक प्राथमिकताएँ बदल जाएंगी। “भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है, और उसकी अपनी अलग एजेंडा है। चंपाई सोरेन अब जल, जंगल, जमीन और खातियान के मुद्दों पर पहले की तरह जोर नहीं दे पाएंगे।”
महतो ने बाबूलाल मरांडी का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वे अपनी पार्टी में थे, तो झारखंडी मुद्दों पर जोरदार आवाज उठाते थे। लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी प्राथमिकताएं बदल गईं। “चंपाई सोरेन भी इसी राह पर चल रहे हैं। उनकी मुखरता अब भाजपा के दृष्टिकोण के अनुसार बदल सकती है।”
सारांश:
चंपाई सोरेन की भाजपा में शामिल होने के बाद झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। जयराम महतो का कहना है कि सोरेन की प्राथमिकताएं और उनकी राजनीतिक शैली में बदलाव आएगा, और भाजपा के सिद्धांतों के अनुसार वे अब अलग तरीके से काम करेंगे।