फतेहगढ़ साहिब: पंजाब के प्रख्यात किसान नेता जगजीत सिंह डालेवाल ने श्री फतेहगढ़ साहिब में अपने आमरण अनशन को समाप्त कर दिया है। रविवार को आयोजित महापंचायत में डालेवाल ने कहा, “आज पंजाब और देशभर से आए किसान साथियों के आग्रह पर मैं पूर्ण मन से अपना आमरण अनशन समाप्त कर रहा हूं। संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है, केवल तरीका बदलेगा। आंदोलन जारी रहेगा।”
यह घोषणा सिरहिंद अनाज मंडी में आयोजित महापंचायत के दौरान की गई, जो शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसान मोर्चा हटाए जाने के विरोध में पूरे पंजाब में आयोजित हो रही है। किसान इन कार्रवाइयों को सरकार की तानाशाही करार दे रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन एकता (सिधूपुर) के प्रदेश अध्यक्ष डालेवाल ने इस मौके पर राज्य और केंद्र सरकारों की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा, “सरकार एक ओर हमें बातचीत के लिए बुला रही है, तो दूसरी ओर रातों-रात हमारा मोर्चा जबरन हटाया गया। यह किसानों के साथ विश्वासघात है। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।”
डालेवाल ने पुलिस पर किसानों के सामान चुराने और अखंड ज्योत को बुझाने जैसे गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सवाल किया, “क्या जिन्होंने गुरुग्रंथ साहिब जी का अपमान किया, अखंड ज्योत बुझाई और किसानों का सामान छीना, उन पर कोई एफआईआर दर्ज हुई है? क्या उन्हें सजा मिलेगी?”
उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब से अपील करते हुए न्याय की मांग की और कहा कि धर्म के साथ हुई इस अवमानना को हल्के में न लिया जाए।
डालेवाल ने यह भी दोहराया कि यदि किसान साथी धरने पर डटे रहते हैं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। “मैंने साथियों के आग्रह पर भूख हड़ताल समाप्त की है, लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।”
उनकी इस घोषणा के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने प्रतिक्रिया दी और कहा, “हम वरिष्ठ किसान नेता सरदार जगजीत सिंह डालेवाल के आभारी हैं कि उन्होंने केंद्र सरकार की अपील स्वीकार की और अनशन तोड़ा। सरकार उनके विश्वास को बनाए रखेगी।”
गौरतलब है कि डालेवाल ने 26 नवंबर 2024 को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर भूख हड़ताल शुरू की थी। 131 दिनों के लंबे अनशन के बाद आज उन्होंने इसे समाप्त किया, लेकिन स्पष्ट किया कि किसानों के अधिकारों की लड़ाई अभी जारी रहेगी।