नई दिल्ली:
ईरान और इज़राइल के बीच छठे दिन भी जारी संघर्ष के बीच भारत सरकार ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत की, ताकि ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वतन वापस लाया जा सके। इस युद्ध में अब तक 600 से अधिक लोगों की मौत और हजार से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि पहली उड़ान, जिसमें 110 भारतीय छात्र शामिल हैं, 18 जून की शाम येरवान (आर्मेनिया) से रवाना हुई और 19 जून की तड़के 2 बजे नई दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
✈️ ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत:
भारत सरकार ने ईरान में बिगड़ते हालात को देखते हुए कई दिनों से तैयारियां शुरू कर दी थीं। भारत की तेहरान स्थित दूतावास और आर्मेनिया में मिशन की निगरानी में, 110 छात्रों को ईरान के उत्तरी हिस्से से सड़क मार्ग द्वारा आर्मेनिया की राजधानी येरवान पहुंचाया गया।
विदेश मंत्रालय ने कहा:
“भारत सरकार ईरान और आर्मेनिया की सरकारों की मदद के लिए आभारी है। हम विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।”
🧳 बचाव कार्य की आगे की योजना:
सरकार ने कहा कि भारत दूतावास, तेहरान में मौजूद भारतीयों को लगातार कम खतरे वाले क्षेत्रों में स्थानांतरित कर रहा है और उपलब्ध साधनों के माध्यम से उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रहा है।
ईरान में मौजूद भारतीय नागरिकों को भारत सरकार द्वारा जारी आपातकालीन हेल्पलाइन से संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।
📞 आपातकालीन संपर्क विवरण:
तेहरान में भारतीय दूतावास:
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कॉल के लिए: +98 9128109115, +98 9128109109
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व्हाट्सऐप: +98 901044557, +98 9015993320, +91 8086871709
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बंदर अब्बास: +98 9177699036
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ज़ाहेदान: +98 9396356649
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ईमेल: cons.tehran@mea.gov.in
विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली (24×7 नियंत्रण कक्ष):
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टोल फ्री: 800118797
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कॉल: +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905
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व्हाट्सऐप: +91-9968291988
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ईमेल: situationroom@mea.gov.in
💥 तेहरान पर इज़राइली हमले जारी:
तेहरान पर इज़राइल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत कई हमले किए हैं, जिनका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं को खत्म करना है। तेहरान ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है और युद्ध के और फैलने की आशंका जताई जा रही है।
👨🎓 कश्मीरी छात्रों की सुरक्षित वापसी:
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने जानकारी दी कि उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी से 110 छात्रों को सुरक्षित आर्मेनिया पहुंचाया गया, जिनमें 90 छात्र कश्मीर घाटी से हैं।
“सभी छात्रों की वापसी के टिकट सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराए गए हैं और दिल्ली से श्रीनगर तक की यात्रा का प्रबंध भी किया जा रहा है।” — जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन