हैदराबाद, 17 मई 2025: एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को प्रायोजित करने के अपने लंबे इतिहास के कारण अब मानवता के लिए एक गंभीर खतरा बन चुका है। सरकार द्वारा विभिन्न देशों में भेजी जा रही सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होने के नाते, ओवैसी ने कहा कि यह बात वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने प्रमुखता से रखेंगे।
पीटीआई वीडियो को दिए एक साक्षात्कार में ओवैसी ने कहा कि दुनिया को यह बताना जरूरी है कि पाक प्रायोजित आतंकवाद ने कैसे वर्षों से निर्दोष नागरिकों का नरसंहार किया है। उन्होंने कहा, “भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बड़ा शिकार रहा है। हम सभी ने देखा है कि कैसे ज़िया-उल-हक़ के समय से मासूम लोगों का खून बहाया गया है।”
हालांकि, ओवैसी ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार की ओर से कूटनीतिक अभियान के विवरण के बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।
इस तेजतर्रार सांसद ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह भारत के खिलाफ संघर्ष में खुद को एक इस्लामिक देश के रूप में प्रस्तुत करता है, जो सरासर बेवकूफी है। उन्होंने कहा, “भारत में करीब 20 करोड़ मुस्लिम रहते हैं, यह भी दुनिया को बताना चाहिए।”
ओवैसी ने जोर देकर कहा कि भारत को अस्थिर करना, सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना और देश की आर्थिक प्रगति को रोकना पाकिस्तान की गुप्त नीति का हिस्सा रहा है। यही नीति वहां की डीप स्टेट और सेना द्वारा दशकों से अपनाई गई है।
उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान की मंशा 1947 में कश्मीर में कबायली घुसपैठ के समय ही समझ लेनी चाहिए थी। “पाकिस्तान तब से यह तमाशा कर रहा है। वह कल भी करेगा और रुकने वाला नहीं है। लेकिन अब पाहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का सब्र जवाब दे चुका है।”