हैदराबाद के प्रसिद्ध उद्योगपति वीसी जनार्दन राव, जो वेल्जन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे, की 6 फरवरी की रात उनके ही पोते के कीर्ति तेजा ने चाकू से हमला कर निर्मम हत्या कर दी। यह दिल दहला देने वाली घटना बेगमपेट स्थित उनके आवास में हुई, जहां संपत्ति के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई।
हत्या से पहले पोते ने क्या कहा?
हमले से पहले 29 वर्षीय तेजा ने अपने 86 वर्षीय दादा से नाराजगी जताते हुए कहा,
“आपने संपत्ति का सही तरीके से वितरण नहीं किया, इसलिए कंपनी में कोई भी मेरा सम्मान नहीं करता।”
तेजा ने गुस्से में आकर धारदार चाकू से जनार्दन राव पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जब उनकी माँ (जो पीड़ित की बेटी हैं) बीच-बचाव करने आईं, तो आरोपी ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत अभी स्थिर बताई जा रही है।
हत्या की वजह: संपत्ति विवाद या कुछ और?
पुलिस जांच में सामने आया है कि तेजा लंबे समय से अपने हिस्से की संपत्ति और अधिकारों को लेकर असंतुष्ट था। वह चाहता था कि उसके दादा जल्द से जल्द संपत्ति का बंटवारा कर दें। आरोपी का मानना था कि सही ढंग से संपत्ति का वितरण न होने के कारण कंपनी में कोई भी उसे गंभीरता से नहीं ले रहा था।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और फॉरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए। पुलिस ने 8 फरवरी को तेजा को गिरफ्तार कर लिया और अब उसकी कस्टडी लेने की तैयारी कर रही है ताकि हत्या की गहराई से जांच की जा सके और हत्या की योजना के पीछे के मकसद को समझा जा सके।
वेल्जन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज का योगदान
वीसी जनार्दन राव हैदराबाद के उद्योग जगत में एक प्रतिष्ठित नाम थे। उन्होंने वेल्जन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज को सफलतापूर्वक स्थापित किया और इसका संचालन किया। उनकी हत्या से उद्योग जगत में शोक की लहर है, और कई बड़े व्यापारिक संगठनों ने उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है।
आगे की कार्रवाई
तेजा पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि हत्या अचानक हुई या यह पहले से सुनियोजित थी।