सिंगापुर:
एक 22 वर्षीय भारतीय छात्र लेघा पवन को बुधवार को 33 वर्षीय भारतीय निर्माण श्रमिक जसबीर सिंह की मौत के मामले में 35 महीने की जेल की सज़ा सुनाई गई। पवन ने जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने के आरोप में दोष स्वीकार किया। यह घटना 30 जून 2024 की रात हुई थी।
📍 क्या हुआ था:
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घटना की रात दोनों — आरोपी और पीड़ित — नशे की हालत में थे।
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क्लार्क की (Clarke Quay), जो सिंगापुर का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, वहां बहस के दौरान लेघा पवन ने जसबीर को नदी में धक्का दे दिया।
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पास के एक जोड़े ने घटना देखी और तुरंत अधिकारियों को सूचित किया।
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बचाव दल ने कुछ घंटों बाद जसबीर सिंह का शव नदी से बरामद किया।
🏃 घटनास्थल से भागा आरोपी:
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घटना के बाद लेघा पवन भाग गया और गिरफ्तारी से बचने की कोशिश की।
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पुलिस ने उसे अगली सुबह गिरफ्तार कर लिया।
⚖️ अदालत की टिप्पणी और सज़ा:
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अभियोजन पक्ष (DPP) जियोंग सियू यिन ने कहा कि पवन को पता था कि जसबीर नशे में है और नदी में धक्का देना गंभीर चोट या मृत्यु का कारण बन सकता है।
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उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी ने मदद करने की बजाय मौके से भागने का विकल्प चुना।
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रक्षा पक्ष ने दलील दी कि यह एक सामान्य धक्का था, कोई हथियार नहीं था और किसी संवेदनशील अंग को लक्ष्य नहीं बनाया गया था।
📌 सज़ा की सीमा:
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सिंगापुर के कानून के तहत, जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने के अपराध में अधिकतम 5 साल की जेल, SGD 10,000 (लगभग ₹6 लाख) तक जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
🧑👩👧 पीड़ित की पारिवारिक पृष्ठभूमि:
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जसबीर सिंह, जो भारत में विवाहित और दो बच्चों के पिता थे, अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे।
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उनकी मौत से परिवार पर भारी आर्थिक और मानसिक संकट आ गया है