लंदन: भारत ने शनिवार को स्पेन से अपना अंतिम एयरबस C-295 सैन्य परिवहन विमान प्राप्त कर लिया है, जो देश की रक्षा क्षमताओं को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक अहम उपलब्धि है। यह जानकारी स्पेन स्थित भारतीय दूतावास ने साझा की।
C-295 एक आधुनिक तकनीक से लैस 5 से 10 टन की क्षमता वाला परिवहन विमान है, जिसे भारतीय वायुसेना के पुराने हो चुके एवरो विमानों की जगह पर शामिल किया जा रहा है।
स्पेन के सेविल स्थित एयरबस डिफेंस एंड स्पेस असेंबली लाइन में भारतीय राजदूत दिनेश के पटनायक और भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में यह विमान भारत को सौंपा गया।
भारतीय मिशन ने बताया, “डिलीवरी निर्धारित समय से दो महीने पहले पूरी हुई है, जो भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इस विमान की अधिकतम उड़ान अवधि 11 घंटे तक की है और यह एक बहुपयोगी और कुशल सामरिक परिवहन विमान के रूप में कार्य करता है।
सितंबर 2021 में भारत ने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस, स्पेन के साथ 56 C-295MW विमान खरीदने के लिए अनुबंध किया था। इनमें से 16 विमान स्पेन से सीधे डिलीवर होने थे, जबकि शेष 40 विमान भारत में बनाए जाएंगे।
शनिवार को स्पेन ने अंतिम विमान सौंपकर अपने हिस्से की डिलीवरी पूरी कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज़ ने पिछले वर्ष अक्टूबर में गुजरात के वडोदरा स्थित टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) परिसर में C-295 विमान निर्माण परिसर का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था।
TASL को भारत में शेष 40 विमानों का निर्माण करना है। यह भारत में सैन्य विमानों के लिए पहली निजी क्षेत्र की फाइनल असेंबली लाइन (FAL) होगी।
इस परियोजना के तहत न केवल विमान का निर्माण और असेम्बली की जाएगी, बल्कि परीक्षण, गुणवत्ता जाँच, डिलीवरी और पूरे जीवनचक्र की मेंटेनेंस भी यहीं की जाएगी।
इस कार्यक्रम में टाटा समूह के अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) और कई निजी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) भी योगदान देंगे।