वॉशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि उसने इस महीने पाकिस्तान को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता दी है। यह सहायता तब दी गई जब पाकिस्तान ने सितंबर 2024 में स्वीकृत एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (EFF) के तहत निर्धारित सभी शर्तों और लक्ष्यों को पूरा कर लिया।
IMF की संचार विभाग निदेशक जुली कोज़ैक ने पुष्टि की कि 9 मई 2025 को IMF बोर्ड ने सहायता राशि को मंजूरी दी। यह निर्णय पहले से तय कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान की पहली समीक्षा पूरी होने के बाद लिया गया।
🇮🇳 भारत की आपत्ति और IMF की सफाई
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 16 मई को IMF से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी, यह कहते हुए कि इस्लामाबाद इस राशि का उपयोग आतंकी गतिविधियों के लिए कर सकता है।
लेकिन कोज़ैक ने स्पष्ट किया कि:
“IMF की फंडिंग का उपयोग केवल भुगतान संतुलन की समस्याओं को सुलझाने के लिए होता है। यह धनराशि केंद्रीय बैंक के भंडार में जमा होती है और इसका उपयोग बजट के लिए नहीं किया जाता।“
IMF की कड़ी शर्तें और निगरानी प्रणाली
कोज़ैक ने कहा कि:
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EFF प्रोग्राम के अंतर्गत IMF ने सख्त शर्तें लगाई हैं।
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इनमें शून्य केंद्रीय बैंक उधारी, विदेशी मुद्रा भंडार के लक्ष्यों और राजकोषीय प्रबंधन में सुधार जैसी शर्तें शामिल हैं।
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IMF बोर्ड केवल तब ही अगली किश्तों को स्वीकृति देगा जब पाकिस्तान इन शर्तों पर बना रहेगा।