
उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल हजारीबाग अंतर्गत कोडरमा जिले के डीसी को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नोटिस भेजा है और चार सप्ताह में पूरे मामले से संबंधित जवाब मांगा है।
दरअसल कोडरमा सदर अस्पताल की लापरवाही से डोमचांच प्रखंड की ढाब थाना क्षेत्र निवासी चंचला देवी की मौत हो गई थी। वह अपनी बुआ और पिता के साथ कोडरमा सदर अस्पताल में मातृत्व सुरक्षा की जांच के लिए 19 अगस्त को आयी थी। वहां कर्मियों की ओर से सही जानकारी नहीं दिए जाने के कारण वह अस्पताल परिसर में इधर-उधर भटकती रह गई। उसके बाद उसे प्रसव पीड़ा होने लगी और वह अस्पताल के दरवाजे पर ही एक बच्चे को जन्म दी। कुछ देर के बाद उस बच्चे की मौत हो गई।
चार सप्ताह में मांगी पूरी जांच रिपोर्ट
इस मामले को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली में मानवाधिकार के एक कार्यकर्ता से मामला दर्ज कराया था। मानवाधिकार आयोग ने उस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव और कोडरमा के उपायुक्त को नोटिस कर चार सप्ताह में जांच रिपोर्ट तलब किया है। आयोग ने इस मामले को मानवाधिकार का उल्लंघन माना है।
पहले भी एक लाख रुपए का कर चुका है मुआवजे का भुगतान
पहले भी सदर अस्पताल की लापरवाही से मुकेश साव की पत्नी ममता देवी की मौत हो गई थी।इसकी एवज में सदर अस्पताल प्रशासन को एक लाख रुपए मुआवजा भुगतान करना पड़ा था। उसके बाद भी अस्पताल की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा।