
रांची । ओत गुरु कोल लाको बोदरा की 102 वीं वर्षगांठ पर आज सिंहभूम आदिवासी समाज, रांची द्वारा आनुंद मंगल, एदलहातु में आयोजित विचार गोष्ठी में माननीय पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सांसद गीता कोड़ा ने संयुक्त रूप से बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। समाज के लोगों द्वारा पारंपरिक रूप से इनका स्वागत किया गया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि कहा कि वर्तमान परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए सभी भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए, लेकिन अपनी मातृ भाषा “हो” का भी ज्ञान अति आवश्यक है। इसके बिना हम समाज को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।
वहीं चाईबासा सांसद गीता कोड़ा ने इसे आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए विशेष जोर देते हुए संसद में उठाने की बात कही। मौके पर “हो” भाषा एवं “संस्कृति” के विकास में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ ओत गुरु कोल लाको बोदरा की तस्वीर पर श्रद्धा- सुमन अर्पित कर की गई। गोष्ठी में सिंहभूम आदिवासी समाज, रांची के अध्यक्ष दामोदर सिंकु, उपाध्यक्ष रोशन पाट पिंगुआ, वरिष्ठ सदस्य सिंगा तियु, सचिन्द्र बिरुआ, विश्वजीत सोय, हर्षमती सिंकु सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।

