
झारखंड में अपराधी बेलगाम, ट्रांसफर पोस्टिंग बना उद्योग
बोकारोः जिस उद्देश से विनोद बाबू ने झारखंड आंदोलन की शुरुआत की थी, झारखंड बनने के बाद हेमंत सरकार ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया है। विकास के नाम पर सिर्फ विनाश हो रहा है। हत्या बलात्कार की घटना में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। लेकिन सरकार मूकदर्शक की भूमिका में है। जबकि विनोद बाबू का सपना समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरणों को पहुंचाना था लेकिन सरकार को इस से कोई मतलब नहीं है। उक्त बातें पूर्व मंत्री एवं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बावरी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही ।
उन्होंने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था की स्थिति चौपट हो गई है। लोगों को उनका हक नहीं मिल रहा है। जज, भाजपा नेता एवं आम लोगों की हत्या की जा रही है । दलित बच्चों के साथ बलात्कार की घटनाएं घट रही हैं, लेकिन दोषी खुलेआम घूम रहे हैं ।
अमर बाउरी ने कहा कि अधिकारी धर्म की बात कर विधायक को धमकी दे रहे हैं, दूसरी ओर विधायक भी अधिकारी को खुलेआम धमकाते फिर रहे हैं ।
अमर बाउरी ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर भाजपा नेता के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो भाजपा आंदोलन के लिए बाध्य होगी ।
उन्होंने हाल में संपन्न हुए जे पी एस सी की परीक्षा पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि 2019 में तैयार किए गए प्रश्न पत्र के आधार पर 2021 में परीक्षा लेना कहां तक न्याय संगत है । दर्जनों प्रश्न गलत हैं, लेकिन सीएम एवं जेपीएससी के अध्यक्ष जिम्मेवारी का पालन करने के बजाय अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं ।
पत्रकार सम्मेलन में मुख्य रूप से जिला महामंत्री जयदेव राय, पूर्व उपाध्यक्ष बिरभद्र सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र महतो, उपाध्यक्ष अश्वीनी झा, युवा नेता भानु प्रताप सिंह, उपेन्द्र पाण्डेय,ओबीसी मोर्चा मंत्री अशोक महतो,राजू उरांव उपस्थित थे।

