क्या झारखंड में वेदांता जैसे कारपोरेट घराने के लोग हेमंत सोरेन की महागठबंधन वाली सरकार चला रही है? या फिर हेमंत सोरेन ने खुद कॉर्पोरेट घराने को यह अधिकार दे रखा है कि वह विपक्षी दलों के विधायकों को सम्मान ना दें? क्या यह सरकार बताएगी कि आखिर किस आधार पर वेदांता के 100 बेड वाले अस्पताल के उद्घाटन में चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी को ना तो सूचना दिया गया और ना ही उन्हें आमंत्रण भेजा गया? यह कुछ सवाल थे जो चंदनकियारी विधायक व पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने मीडिया के माध्यम से सरकार और वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के अधिकारियों से पूछा।
हेमंत सोरेन की सरकार कॉरपोरेट घराने के इशारे पर चल रही
चंदनकियारी विधायक उस वक्त भड़क उठे जब उन्हें पता चला कि आज 2:00 बजे वेदांता इलेक्ट्रोस्टील अपने 100 बेड वाले कोविड अस्पताल का उद्घाटन कर रही है और उन्हें इसकी सूचना और आमंत्रण नही दिया गया। बता दें कि वेदांता इलेक्ट्रोस्टील चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र की धरती पर से ही संचालित हो रहा है।
वेदांता के खिलाफ लड़ाई चंदनकियारी की जनता के हक़ और अधिकार मिलने तक जारी रहेगी
बैठक से पूर्व विधायक अमर कुमार बाउरी भड़क उठे और उन्होंने जमीन पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। धरना के दौरान उन्होंने वेदांता के अधिकारियों से यह जानना चाहा कि आखिर किसके कहने पर उन्हें सूचना नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि क्या विधानसभा ने चंदनकियारी विधायक का नाम अपने 81 विधायकों में से काट दिया है या फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर ही वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के अधिकारियों ने उन्हें सूचना नहीं दिया।
वेदांता के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सारी चीजें ऊपर के अधिकारियों और राज्य सरकार के द्वारा ही आदेशित था। काफी शोरगुल के बाद आखिरकार चंदनकियारी विधायक के मांग पर राज्य के मुख्य सचिव ने उन से टेलीफोन पर बात की।
वेदांता इलेक्ट्रोस्टील चंदनकियारी की धरती पर हो रही है संचालित
मुख्य सचिव ने कहा कि इस बारे में मुख्य सचिव स्तर पर उन्हें कोई भी सूचना उपलब्ध नहीं है। इस मामले पर उन्होंने आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री से इस बारे में बात कर उचित कार्रवाई करेंगे। वही चंदनकियारी विधायक ने मांग किया कि जो भी अधिकारी या जिला प्रशासन के अधिकारी या वेदांता के अधिकारी इस कार्य में संलिप्त हैं उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाए। आखिर यह मामला एक जनप्रतिनिधि के सम्मान का है।