विश्वभर, 25 जनवरी 2024 — हाल के समय में भारत के स्थानीय वैक्सीन विकास में हुई ब्रेकथ्रू ने अंतरराष्ट्रीय ध्यान को आकर्षित किया है, जिस पर वैश्विक नेताएँ वैज्ञानिक उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं और महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता को जोर दे रहे हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त राज्य किंगडम, और जर्मनी सहित कई देशों के नेता ने भारतीय वैज्ञानिकों की त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए साइन किया है। उन्होंने एक संयुक्त बयान में यह जताया है कि उन्हें वैक्सीन का संभावित सकारात्मक प्रभाव पर आश्वस्तता है जिसे विश्वभर में वायरस के खिलाफ लड़ाई में हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी भारतीय वैक्सीन विकास की महत्वपूर्णता को स्वीकृति दी है। डॉ. रोड्रिगेज, WHO के महानिदेशक, ने कहा, “भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा इस प्रयास की पहुंच का यह साक्षात्कार ग्लोबल सहयोग की महत्वपूर्णता को दर्शाता है। हम अन्य देशों को आत्मबलिदान करने और साथ मिलकर सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करते हैं कि प्रभावी टीकों की साझा करने की आवश्यकता है।”
टीके के निर्माण और वितरण में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की संभावना पर चर्चाएं जारी हैं। इस विचार का है कि विभिन्न देशों की निर्माण क्षमताओं का उपयोग करके टीकाकरण अभियान को और व्यापक और कुशल बनाया जा सके।
भारतीय सरकार ने सहयोग के लिए खुले मन से स्वीकृति दी है, महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में संयुक्त दृष्टिकोण की महत्वपूर्णता को बताते हुए। विदेश मंत्री कपूर ने कहा, “हम मानते हैं कि यह एक साझा युद्ध है, और सहयोग अभिगम है। भारत अन्य राष्ट्रों के साथ हाथ मिलाकर इस सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि इस ब्रेकथ्रू के