वडोदरा (गुजरात):
गुजरात के वडोदरा जिले के पडरा क्षेत्र में बुधवार सुबह महिसागर नदी पर बना गंभीरिया पुल अचानक ढह गया, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हादसा सुबह करीब 7:30 बजे हुआ जब पुल का एक हिस्सा टूट गया और कई वाहन नदी में गिर पड़े।
पुलिस के अनुसार, दुर्घटना में दो ट्रक और दो वैन समेत पांच से छह वाहन नदी में गिरे। वडोदरा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने मृतकों की पुष्टि की, जबकि पडरा थाने के इंस्पेक्टर विजय चरण ने बताया कि पांच लोगों को बचाया गया है, जो अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और तकनीकी विशेषज्ञों को मौके पर भेजने का निर्देश दिया है। मौके पर वडोदरा फायर डिपार्टमेंट, स्थानीय स्वयंसेवक, और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं।
“अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 6 शवों की पहचान नहीं हो पाई है,” प्रशासन ने जानकारी दी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आरोप
विपक्ष ने सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि पुल की खराब हालत की पूर्व सूचना होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
विपक्ष के नेता अमित चावड़ा, AAP नेता इसुदान गढ़वी, और पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने सरकार को आपराधिक लापरवाही का दोषी ठहराया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
भावनात्मक दृश्य
एक महिला सर्वाइवर सोनलबेन पाधियार का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह नदी में डूबे वाहन के ऊपर बैठी हुई अपने पति और बच्चों को बचाने के लिए गुहार लगा रही हैं। लेकिन जब तक बचाव दल पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सरकारी सहायता
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख, तथा घायलों को ₹50,000 की सहायता की घोषणा की।
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गुजरात सरकार ने भी ₹4 लाख मृतकों के परिजनों को और घायलों को ₹50,000 देने की घोषणा की है।
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सभी घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
पुल की स्थिति
1986 में बना यह पुल वडोदरा और आनंद जिलों को जोड़ता था और सौराष्ट्र तथा दक्षिण गुजरात के बीच प्रमुख संपर्क था। इसके टूटने से 150 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी और यातायात पर भारी असर पड़ेगा।